छपरा में जहरीली शराब से हुई मौत के आकड़े सरकार को परेशान करने लगे थे। इस घटना की सूचना मिलने के बाद बिहार पुलिस साथ ही सारण पुलिस काफी हरकत में आ गई थी। मामले की जांच के लिए SIT का भी गठन हुआ था। अब तक कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है। वही इस कांड में जुड़े पुलिस को भी निलंबित किया गया था। लेकिन मामले में फरार मास्टरमाइंड की खोज पुलिस अब भी कर रही थी। इस बीच बिहार पुलिस को तो नहीं लेकिन दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
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दिल्ली पुलिस को मिली सफलता
दरअसल छपरा में जहरीली शराबकांड में 70 से अधिक लोगों के मौत के खबर से पूरे राज्य में पुलिस- प्रसाशन पर सवाल उठ रहे थे। साथ ही राज्य सरकार पर भी विपक्ष द्वारा हंगामा किया जा रहा था। लेकिन मामले में अलर्ट होने के बाद पुलिस पूरी सचेत हो गई थी। और जिले में ताबड़तोड़ छापेमारी की जा रही थी। वही अब इस मामले में बिहार से फरार जहरीली शराब के मास्टरमाइंड रामबाबू को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया गया है। यह कामयाबी दिल्ली पलिस के क्राइम ब्रांच को मिली है। गिरफ्तारी के साथ एक बड़ा खुलासा हुआ है। बताया जाता है कि जहरीली शराब का निर्माण होमियोपैथिक दवा से किया गया था।
केमिकल मिला कर बनाया था शराब
होमियोपैथिक दवा से शराब बनाने वाले गिरफ्तार मास्टरमाइंड का नाम राम बाबू बताया जा रहा है। इसकी उम्र 35 वर्ष है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक मास्टरमाइंड मास्टरमाइंड ने शराब में केमिकल डालकर उसे तैयार किया था। जिसको पीने से कई लोगों की जान चली गई थी। वही बिहार पुलिस की अबतक की कार्रवाई में 150 से अधिक शराब तस्करों की गिरफ्तारी हुई है।छपरा के मशरख में जहरीली शराब पीने से अब तक 73 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि सरकारी आंकड़ा 38 है।