औरंगाबाद शहर के अदरी नदी किनारे वार्ड नंबर 29 स्थित भुइयां टोली में शुक्रवार की देर शाम शराब की छापेमारी करने पहुंची उत्पाद विभाग की टीम पर घर में घुसकर महिलाओं, परिजनों व बच्चों के साथ मारपीट करने का आरोप लगा है।
मारपीट में लगभग एक दर्जन लोग चोटिल हुए हैं। घायलों में बिराटपुर मुहल्ला निवासी राजू गुप्ता, भुइयां टोली निवासी रिंकी देवी, मीना देवी, संगीता देवी, शांति देवी, रामबली भुइयां, पचिया देवी, कईल भुइयां, राहुल कुमार, छोटू कुमार, रवि कुमार, जितेंद्र कुमार शामिल हैं।
सदर अस्पताल में इलाज के दौरान जख्मी मीना देवी ने बताया कि शुक्रवार की शाम सभी लोग अपने घर में खाना बना रहे थे। कुछ लोग बाहर बैठे हुए थे। इसी दौरान उत्पाद विभाग की टीम दो वाहनों से पहुंची और धड़ाधड़ घर में घुसकर छत पर चढ़ गई। घर फुसनुमा होने के कारण टूट गया। ऊपर से एक पुलिस का जवान नीचे गिर गया और उसके नीचे दो बच्चे दब गए। जब महिलाओं ने हल्ला हंगामा किया तो उत्पाद विभाग की टीम मारपीट करने लगी।
जख्मियों का आरोप है कि उत्पाद विभाग की टीम ने शांति देवी के घर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया। जानकारी मिली कि काफी हल्ला हंगामा के बाद उत्पाद विभाग की टीम वहां से निकल गई। परिजनों ने सभी जख्मियों को इलाज के लिए सदर अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उपचार किया।
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस उक्त मुहल्ले में हमेशा शराब की छापेमारी करने जाती है। छापेमारी के दौरान पुलिस को कुछ हाथ नहीं लगता। इसके बावजूद पुलिस हमेशा मुहल्ले वासियों को परेशान करते रहती हैं। सभी जख्मियों ने इलाज के उपरांत नगर थाना व वरीय अधिकारियों से शिकायत की बात कही है।