बोधगया में एक चीनी महिला मिस सांग जियालॉन को गया पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। इस संबंध में गया की SSP हरप्रीत कौर ने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि चीनी महिला के संबंध में पुलिस को यह सूचना प्राप्त हुई कि वह अपने निर्धारित अवधि से अधिक समय से भारत में रुकी हुई है। वह कुछ दिनों पूर्व बोधगया में महापावन दलाई लामा की शिक्षा ग्रहण करने आई हुई है। पुलिस के द्वारा तुरंत कार्रवाई करते हुए उपरोक्त महिला का पता किया गया। इसमें यह जानकारी प्राप्त हुई कि उक्त महिला बोधगया के एक गेस्ट हाउस में विगत कुछ दिनों से रुकी हुई है। उपरोक्त महिला से हर बिन्दु पर पूछताछ किया गया तथा इनके पास उपलब्ध दस्तावेजों की जांच की गई।
2019 में आई थी भारत
एसएसपी ने कहा कि उक्त महिला 19 अक्टूबर 2019 में पहली बार भारत आई। इस दौरान ये महापावन दलाई लामा की शिक्षा ग्रहण करने बोधगया आई। इसके उपरांत ये जनवरी 2020 को नेपाल गई। फिर पुन: 04 दिन बाद 20 जनवरी 2020 को भारत आ गई। वीजा के शर्तों के अनुसार इन्हें लगातार 90 दिनों तक ही भारत में रहने की अनुमति थी। परन्तु इनके द्वारा इस शर्त का उल्लंघन किया गया। इसका कारण पूछने पर महिला ने बताया कि ई-टूरिस्ट वीजा पर भारत आई थी और कोरोना के बाद वापस नहीं लौटी।
भारत में सेंट्रल तिब्बत सावा एसोसिएशन मैक्लिाडगंज, हिमाचल प्रदेश में ही रह गई। 22 दिसम्बर को ये महापावन दलाई लामा की शिक्षा ग्रहण करने बोधगया आई थी। नियमानुसार इन्हें FRRO कोलकाता के द्वारा लीव इंडिया नोटिस जारी किया गया है। इनके वीजा को कैंसल कर दिया जा रहा है। गया है। नियमानुसार इन्हें FRRo के पास डिपोर्ट करने हेतु भेजा जा रहा है।
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महिला का स्केच जारी
इससे पहले पुलिस को इस महिला की तलाश थी। आशंका थी कि संधिग्ध महिला बौद्ध धर्म गुरु दलाई लामा की जासूसी कर रही थी। वहीं खुफिया ऐंजेसियां उस संदिग्ध महिला को ढूंढ निकालने में जुटी थी। इसके साथ ही पुलिस ने उसकी स्केच भी जारी कर दिया था।