बिहार की राजनीति में उस समय हलचल मच गई जब नेता प्रतिपक्ष और RJD नेता तेजस्वी यादव की “माई बहिन मान योजना” पर नीतीश सरकार के मंत्री सुमित सिंह ने विवादित टिप्पणी की। सुमित सिंह ने इस योजना को “योजना कम, गाली ज्यादा” बताया, जिसके बाद सियासी माहौल गरमा गया। दरभंगा में आयोजित एक कार्यक्रम में तेजस्वी यादव ने घोषणा की थी कि अगर उनकी सरकार बनी, तो गरीब और आर्थिक रूप से कमजोर महिलाओं को हर महीने ₹2500 दिए जाएंगे। इस घोषणा के बाद बिहार में सियासी हलचल तेज हो गई।
मंत्री सुमित सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “माई बहिन मान योजना योजना कम, गाली ज्यादा लगती है। पता नहीं उन्हें ये विचार कौन देता है और ये सब चुनाव से पहले ही क्यों याद आता है।” उन्होंने तेजस्वी को यह भी याद दिलाया कि उपमुख्यमंत्री रहते हुए उन्हें ऐसी योजनाओं की बात करनी चाहिए थी।
मंत्री के बयान पर आरजेडी ने तीखी प्रतिक्रिया दी। पार्टी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा, “माई बहिन मान योजना सामाजिक परिवर्तन की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। अगर इसे गाली जैसा लगता है, तो ईश्वर उन्हें सद्बुद्धि दे।” उन्होंने भाजपा और जदयू पर समाज के कमजोर वर्गों के प्रति असंवेदनशील होने का आरोप लगाया।
आरजेडी ने अपने आधिकारिक हैंडल से लिखा कि “जिन्हें माई और बहिन शब्द गाली लगते हैं, वे शायद केवल पुरुषों से पैदा हुए होंगे! उन्हें बिहार की माताओं-बहनों और बहुजन आबादी से घृणा है।”