बिहार में पिछले कुछ समय से JDU के संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को लेकर खबरों का बाजार काफी गर्म है। उनके राजनीतिक भविष्य को लेकर तरह-तरह के अटकलें लगाए जा रहे हैं। उनके बयानों से ऐसा ही लगा रहा है कि वो जेडीयू में कंफर्टेबल महसूस नहीं कर रहे हैं। लेकिन अब BJP के नेताओं से दिल्ली में मुलाकात के बाद एक नई राजनीतिक हवा मिल गई है। कुशवाहा से BJP नेताओं से मुलाकात या तो JDU के लिए गुड न्यूज है यह तो BJP के लिए बैड न्यूज है। एक ओर जहां कुशवाहा के रंग-ढंग को देख कर लग रहा है कि वह किसी नई रणनीति के चक्कर में है।
हालांकि JDU की ओर से इस मुद्दे पर किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन सहयोगी दल RJD का इसपर कहना है कि यह भगदड़ तो BJP में मची हुई है, यहां All is well! है।
RJD की ओर से प्रतिक्रिया
दरअसल करीब दो दिनों पहले उपेंद्र कुशवाहा ने एक ट्वीट किया था। उसमें उन्होंने बताया था कि वह रूटीन चेकअप के लिए दिल्ली के AIIMS अस्पताल में भर्ती हुए है। वह करीब 3 दिनों तक भर्ती रहेंगे। जिसके बाद कल शुक्रवार को ट्विटर पर एक और तस्वीर वायरल हो रही थी। उस तस्वीर में कुशवाहा भाजपा नेताओं के साथ दिख रहे थे। जिससे फौरान ही सियासी गलियारे में हलचल तेज हो गई। वही अब बयानबाजियों का भी तांता लगना शुरू हो गया है।
कुशवाहा के BJP नेताओं के मुलाकात से राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने बीजेपी को ही चेतावनी दे दी है। उन्होंने कहा कि भगदड़ तो BJP में होना है। 2024 चुनाव से पहले BJP का पूरा कुनबा बिखर जाएगा, BJP केवल अफवाह फैला रही है। उपेंद्र कुशवाहा JDU संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष है और वह कही नहीं जाने वाले। मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि भगदड़ तो BJP में मची हुई है। यहाँ ऑल इज वेल है!
दल बदला है दिल नहीं, BJP का संकेत
दूसरी ओर उपेंद्र के इस मुलाकात से BJP की ओर से अलग ही बयान सामने आया।बीजेपी प्रवक्ता अरविंद सिंह ने नीतीश कुमार पर ही सवाल खड़ा कर दिया। कहा कि अगर उपेंद्र कुशवाहा अस्पताल में भर्ती है तो JDU के नेता को भी देखने जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह NDA के साशन के मंत्रिमंडल के साथ रहे है। लेकिन आज उनका दल बदल चुका है, लेकिन राजनीति में दिल नहीं बदलता।
BJP नेता दूसरे दल में सम्मानजनक पद की खोज कर रहे है
असित नाथ नाथ तिवारी ने कहा है कि जिन नेताओं ने उपेंद्र कुशवाहा से मुलाकात की है उन नेताओं की तस्वीर को आप ध्यान से देखिए यह वह नेता है जो भारतीय जनता पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं। इसलिए वह दूसरे दलों में सम्मानजनक पद खोज रहे हैं। लेकिन बीजेपी के यह नेता उपेंद्र कुशवाहा से क्यों मिले हैं। यह तो उपेंद्र कुशवाहा या फिर बीजेपी के नेता ही बता सकते है।