बिहार में इफ्तार पार्टी को लेकर सियासत होती रहती है। याद हो कि पिछले साल इफ्तार पार्टी के बाद से बिहार में बड़ा राजनीतिक परिवर्तन देखने को मिला था। वही इस बार भी इफ्तार पार्टी को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है। दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने आवास पर इफ्तार पार्टी रखा है। जिसमें उन्होंने महागठबंधन के सभी दलों के नेताओं सहित विपक्षी दलों के नेताओं को भी आमंत्रित किया है। लेकिन भाजपा ने इस इफ्तार पार्टी से किनारा कर लिया है।
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इफ्तार से BJP का बहिष्कार
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आवास पर आज शाम को इफ्तार पार्टी होने वाली है। इस इफ्तार पार्टी में बिहार के राज्यपाल सहित पक्ष और विपक्ष के सभी नेताओं को आमंत्रण भेजा गया है। लेकिन भाजपा के नेताओं ने इस पार्टी में शामिल होने से इनकार कर दिया है। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा है कि बिहार दंगों में जल रहा है। राज्य की कानून व्यवस्था पूरी तरह खत्म हो चुकी है और मुख्यमंत्री इफ्तार पार्टी कर रहे हैं। भाजपा ऐसे दावत-ए- इफ्तार का बहिष्कार करती है। भाजपा के नेता इसमें शामिल नहीं होगा। दरअसल भाजपा रामनवमी के जुलूस के बाद सासाराम, बिहारशरीफ और नालंदा की हिंसा की घटना को लेकर बिहार सरकार पर लगातार हमलावर है।
RJD की इफ्तार पार्टी
बता दें कि 9 अप्रैल को राबड़ी देवी के आवास पर दावत-ए-इफ्तार का आयोजन किया जाएगा। इसकी जानकारी राजद ने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट के जरिए दिया है।