आईपीएस अधिकारी IG विकास वैभव और होमगार्ड एवं अग्निशमन के DG शोभा अहोटकर का विवाद अब बढ़ता हुआ नजर आ रहा है। वहीं अब इस मामले को लेकर सियासत भी गरमाई हुई है। अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं की भी प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। इस विवाद को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रशासनिक व्यवस्था पर ही सवाल खड़े किए जा रहे हैं। जन अधिकार पार्टी के सुप्रीमो पप्पू यादव, नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी और जदयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहा ने भी इस विवाद को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपने घेरे में लिया है। वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी इस मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी है।
“ट्वीट करना गलत“
IG विकास वैभव और DG शोभा अहोटकर के विवाद को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नाराजगी जाहिर की। उन्होंने विकास वैभव द्वारा ट्वीट किए जाने को भी गलत बताया। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को अपनी बात ट्विटर पर नहीं रखनी चाहिए इसके लिए विभाग और वरीय अधिकारी हैं। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि इस मामले में जांच का निर्देश दे दिया गया है।
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‘बिहार में हावी है अफसरशाही’
नेता प्रतिपक्ष और भाजपा नेता सम्राट चौधरी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि बिहार में अफ़सरशाही पूरी तरह से हावी है। इस मामले में हाई लेवल कमिटी बनाकर मामले की जाँच की जानी चाहिए। डीजीपी को ख़ुद इस मामले में संज्ञान लेकर उचित कार्रवाई करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने डीजीपी पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि डीजीपी ज्यादातर बिहार से बाहर रहते हैं। यदि वो बिहार के हितों के लिए कुछ काम करेंगे तो ज्यादा अच्छा होगा।
‘मुख्यमंत्री के छवि पर पड़ेगा असर’
पप्पू यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि कई अधिकारियों 30-40 साल से बैठा कर रखा गया है। जबकि बिहार में बहुत से काबिल अफसर हैं। स्थिति ऐसी हो गई है कि बिहार के सभी अधिकारी यहां से भागना चाहते हैं। वही DG शोभा अहोटकर को लेकर उन्होंने कहा कि उन्हें अपनी मर्यादा का ख्याल रखना चाहिए। विकास वैभव एक अच्छे अधिकारी हैं उनका सम्मान किया जाना चाहिए। इस तरह उन्हें अपमनित करना बिलकुल गलत है।DG शोभा अहोटकर को विकास वैभव से माफी मांगना चाहिए। साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि इस मामले से सीधा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की छवि पर असर पड़ेगा।’
‘जांच कराए मुख्यमंत्री’
इस मामले को लेकर जदयू एमएलसी उपेंद्र कुशवाहाम भी IG विकास वैभव के पक्ष में उतरे। उन्होंने कहा कि ये बिलकुल भी बर्दास्त करने वाली बात नहीं है। बड़े पद पर होने का ये मतलब नहीं है कि छोटे पद वालों को गाली दी जाए। इस मामले की जांच की जानी चाहिए। चाहे जो भी हो इस तरफ अपने अधिकारियों के साथ गाली-गलौज करना बिलकुल भी ठीक नहीं है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुद इस मामले में जांच करनी चाहिए।
ये है पूरा मामला
दरअसल IG विकास वैभव एक ट्वीट कर होमगार्ड एवं अग्निशमन के डीजी शोभा अहोटकर पर उन्हें गाली देने का आरोप लगाया था। साथ ही फोन रिकॉर्डिंग होने की बात भी कही थी। हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट भी कर दिया। वहीं अब डीजी शोभा अहोटकर ने आईपीएस विकास वैभव को नोटिस थमा दिया है और 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है। इस नोटिस में उन्होंने लिखा है कि ‘आपके ट्वीट से ऐसा प्रतीत होता है की आप मीटिंग में फोन से रिकॉर्डिंग करते हैं जो अखिल भारतीय सेवा नियमावली के विरुद्ध है। ऐसे में 24 घंटे के अंदर अपना स्पष्टीकरण दें क्यों नहीं इस आचरण के लिए अनुशासनिक करवाई की अनुशंसा राज्य सरकार से की जाए।’