जन सुराज के रणनीतिकार प्रशांत किशोर वैसे तो 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव अपना टारगेट बताते हैं। लेकिन इसकी टेस्टिंग उन्होंने 2024 में ही करने का निर्णय लिया है। कैमूर दौरे पर प्रशांत किशोर ने 03 सितंबर को भभुआ स्थित सर्किट हाउस में प्रेस वार्ता के दौरान साफ कर दिया कि जनसुराज रामगढ़ विधानसभा का उपचुनाव लड़ेगी। रामगढ़ विधानसभा के लिए उपचुनाव होना है। यहां के विधायक सुधाकर सिंह बक्सर संसदीय सीट से चुनाव जीत चुके हैं। इसके बाद यह सीट खाली है और यहां उपचुनाव होना है।
प्रशांत किशोर ने बताया कि आगामी रामगढ़ उपचुनाव में जन सुराज का उम्मीदवार उतरेगा और निश्चित तौर पर जीतेगा भी। कैमूर की ज्यादातर सीटों पर अब तक कुछ ही परिवार के लोग चुनाव लड़ते है और जीतते हैं। अबकी बार चुनाव में प्रशांत किशोर खुद आकर जन सुराज के उम्मीदवार के लिए रणनीति बनाएंगे और उसको जिताकर विधान सभा भेजेंगे। अब रामगढ़ की जनता किसी नेता के बेटे के लिए नहीं बल्कि अपने बच्चो के लिए वोट करेगी।
इस दौरान प्रशांत किशोर ने सीएम नीतीश और तेजस्वी दोनों पर तीखा प्रहार किया। प्रशांत किशोर ने बिहार में चल रहे जमीन के सर्वे पर बोलते हुए कहा कि जिस तरह से इसको लागू किया जा रहा है उससे अगले 6 महीने में हर घर, हर गांव- पंचायत में जमीन के मालिकाना हक के लिए झगड़े होंगे। इस सर्वेक्षण को बिना किसी तरह की तैयारी और संसाधन की व्यवस्था किए शुरू किया गया है। यह ऐसा इसलिए किया गया क्योंकि कुछ दिन पहले बिहार में ज़मीन रिकॉर्ड का डिज़िटाइज़ेशन किया गया। जो कि बिना किसी तैयारी के बाहरी एजेंसी के द्वारा करा दिया गया। जिसमें यह तय हुआ कि जो ज्यादा डिज़िटाइज़ेशन करेगा, उसे उतना ही ज्यादा पैसा मिलेगा। इसी के चलते हड़बड़ी में किसी की ज़मीन किसी के भाई के नाम और भाई की ज़मीन भतीजे के नाम पर कर दी गयी। जिससे गांवो के स्तर पर कोहराम मच गया है। इसलिए फिर से हड़बड़ी में बिना किसी तैयारी के ज़मीन सर्वे लाया गया जो की आने वाले समय में ज़मीन से संबंधित झगड़ो का सबसे बड़ा कारण बनेगा।