बिहार की राजनीति में लालू यादव और नीतीश कुमार आज भी बड़ा नाम हैं। लेकिन बिहार की राजनीति को बदलने का दावा करने वाले प्रशांत किशोर का कहना है कि दोनों सिर्फ स्टेपनी भर हैं, जिन्हें भाजपा और कांग्रेस खींच रही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में अगला चुनाव एनडीए और जनसुराज के बीच होना है। इसमें तेजस्वी की कोई भूमिका नहीं होने वाली।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जो भी लोग तेजस्वी यादव और राजद को बड़ा फैक्टर बता रहे हैं, वे जान लें कि 1995 के बाद से राजद ने अपने दम पर कभी सरकार नहीं बनाई है। कांग्रेस उसे जैसे खींच कर सरकार बनवा देती है। बाद में जदयू के सहारे ही राजद को सत्ता मिली। बिहार में अब तेजस्वी-लालू कोई फैक्टर नहीं हैं।
उन्होंने कहा कि 2020 में आखिरी विधानसभा चुनाव हुआ था और उसमें चिराग फैक्टर न होता तो 2010 जैसे हालात होते। राजद को 30 से 32 सीटें ही मिलती। इसलिए राजद अब भाजपा, नीतीश कुमार और एनडीए को रोकने का दम नहीं रखती है।
भले ही प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को लालू यादव के मुकाबले में बेहतर बताया। लेकिन ओवरऑल प्रशांत ने नीतीश कुमार को भी स्टेपनी ही कहा है। प्रशांत ने कहा कि एनडीए का एक टायर नीतीश कुमार हैं। उनकी पार्टी जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) पहले से ही पंचर है।