प्रशांत किशोर ने भले ही चुनावी रणनीतिकार के रोल को होल्ड पर डाल दिया हो, लेकिन सलाहकार की भूमिका में वे हमेशा रहते हैं। नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी को बिहार और देश के बारे में सलाह प्रशांत किशोर देते रहते हैं। तेजस्वी यादव की पढ़ाई और उनकी समझ को लेकर अक्सर आलोचना करने वाले प्रशांत किशोर की नई भूमिका तेजस्वी यादव के सलाहकार की बनी है। तेजस्वी यादव के बिना मांगे प्रशांत किशोर ने उन्हें युवाओं को पार्टी से जोड़ने का तरीका बताया है। हालांकि यह सलाह प्रशांत किशोर ने तेजस्वी यादव पर तंज कसते हुए ही दी है। लगे हाथ प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को भी घेरा है।
झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन को जमानत, जमीन घोटाले का है मामला
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव को घेरते हुए कहा कि नीतीश कुमार हों या बिहार के फाइनेंस मिनिस्टर उन्हें कभी आपने सुना नहीं होगा CD रेशियो पर बात करते। मुझे तो लगता है उन्हें मालूम भी नहीं होगा। ऐसे शीर्ष पदों पर बैठे लोगों को जब मालूम ही नहीं होगा तब तक विकास होगा कैसे? मुझे निजी तौर पर लगता था कि राजनीति में आने की जरूरत ही क्या है? नीतीश कुमार को ही बढ़ाया जाए, मगर जब हम नीतीश कुमार के काम-काज को देखें तो बड़ा दुख हुआ। सीडी रेशियो के बारे में नीतीश कुमार को भी इसकी जानकारी नहीं है।
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि “एक दिन मुख्यमंत्री भाषण में बोल रहे थे कि मोबाइल का प्रयोग इतने युवा कर रहे हैं, इससे धरती 1 दिन खत्म हो जाएगी। पूरी दुनिया में आज मोबाइल, टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस से लाखों – करोड़ों जॉब पैदा किया जा रहा है। और हमलोगों के पढे़ लिखे इंजिनियर मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि मोबाइल, टेक्नोलॉजी से दुनिया बर्बाद नष्ट होने वाली है। आप देखिए लालटेन वाले लाठी में तेल पिला रहे हैं और कोई कह रहा है कि मोबाइल से दुनिया नष्ट होने वाली है। इन सबों को देख कर लगता है कि बिहार का दुर्दशा नहीं होगा तो क्या होगा। आज इन लोगों ने पूरे बिहार को मजदूर बनाने वाली फैक्ट्री बना दिया है।