पटना : बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के अभ्यर्थियों की मांग को लेकर बीते 2 जनवरी से अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर ने गुरुवार को गंगा नदी में स्नान और पूजा-हवन के बाद अपना अनशन तोड़ दिया। प्रशांत किशोर ने जूस पीकर और खेला खाकर अपना अनशन समाप्त किया। इस दौरान उन्होंने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी आगे की रणनीति और जन सुराज के उद्देश्य के बारे में भी विस्तार से बताया।
खगड़िया में सीएम नीतीश ने दी करोड़ों की सौगात… 180 योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया
प्रशांत किशोर ने कहा, “अब यह टेंट सिटी ही जन सुराज का पता होगी, जहां कोई भी व्यक्ति आकर अपनी बात रख सकता है।” उन्होंने यह भी बताया कि जन सुराज ने बिहार में सत्याग्रह की शुरुआत कर दी है। इस सत्याग्रह के तहत वे गांधी जी के बताए रास्ते पर चलकर संघर्ष करेंगे।
प्रशांत किशोर ने बीपीएससी के अभ्यर्थियों के मुद्दे पर भी बयान दिया और कहा, “यह आंदोलन मैंने शुरू नहीं किया, बल्कि इसे अभ्यर्थियों ने आगे बढ़ाया। सरकार ने इस मुद्दे पर संवेदनशीलता नहीं दिखाई। गांधी मैदान में इस पर छात्र संसद भी हुई थी, और 29 दिसंबर को प्रशासन ने छात्र आंदोलकों पर लाठीचार्ज कर हमारे भरोसे को तोड़ा।” प्रशांत किशोर ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि अब तक बीपीएससी के मुद्दे पर कोई ठोस पहल नहीं की गई है। उन्होंने उम्मीद जताई कि न्यायालय से जल्द ही इस मुद्दे पर कुछ सकारात्मक जानकारी प्राप्त होगी।
सीएम की प्रगति यात्रा के असली लाभार्थी ‘डीके बॉस’… गया में नीतीश कुमार पर बरसे तेजस्वी यादव
आगे की अपनी रणनीति के बारे में बात करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “हमने तय किया है कि अब सिर्फ छात्रों के मुद्दे पर ही नहीं, बल्कि हर दुखी व्यक्ति के लिए भी आवाज उठाई जाएगी। गांधी जी के मार्ग पर चलकर हम सत्याग्रह की शुरुआत कर रहे हैं, और यहीं, इस आश्रम से हम सभी कार्यक्रम करेंगे।”