लोकसभा चुनाव में आरक्षण ज़ेर-ए-बहस बना हुआ है। मुसलमानों का आरक्षण मिलनी चाहिए, यह बात बोलकर राजद सुप्रीमो लालू यादव ने एक नया सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। सत्ता पक्ष इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस और आरजेडी पर हमलवार है तो प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) इसे अलग नजरिये से देख रहे हैं। आरजेडी प्रमुख के दावे पर जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि मुस्लिम कौम में बताई गई है कि बिना जद्दोजहद के जीवन में कुछ हासिल नहीं होता है। लेकिन आज मुसलमान देश में कहीं भी जद्दोजहद नहीं करना चाहता। ऐसे में आरक्षण कहां से मिलेगा?
रहनुमा ढूंढ रहे मुस्लिम
प्रशांत किशोर ने कहा कि मुसलमान अपना रहनुमा ढूंढ रहे हैं। मुसलमानों को फिक्र बहुत है, चिंता बहुत है मगर चिंतन नहीं है। फिक्र बहुत है कि भाजपा कैसे हारेगी, कैसे जान बचेगा, कैसे मोदी को हराएंगे, लेकिन इसके लिए प्रयास कुछ भी नहीं की जा रही है। प्रशांत किशोर ने कहा कि पांच साल तक आप इस आशा में खड़े रहते हैं कि कोई रहनुमा आ जाए। कोई प्रशांत किशोर, ममता बनर्जी, राहुल गांधी, तेजस्वी यादव, लालू यादव आए और नरेंद्र मोदी को हरा दे। हम उनकी जीत पर अपना नैया पार कर लेंगे।
भाई रामविलास पासवान को जिताइये… हाजीपुर में चिराग के लिए वोट मांगने पहुंचे CM नीतीश की फिसली जुबान
मुस्लिम सबसे अधिक डरा कौम
प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि पैगंबर साहब ने भी कहा कि बिना जद्दोजहद के बिना कुछ भी मिलना मुश्किल है। आरक्षण कैसे मिल जाएगा आपको? खड़ा होकर भाषण देने से आरक्षण नहीं मिल सकता। देश में जिन्होंने भी आरक्षण लिया है, उन्होंने कई वर्षों तक संघर्ष किया। मुसलमान समाज के लोग हर दिन खड़े होकर कहते हैं कि हम अल्लाह छोड़ कर किसी ने नहीं डरते हैं। पीके ने कहा कि सच्चाई यही है कि आपसे डरा हुआ कौम इस देश में और कोई नहीं है।