पटना जिलाधिकारी डॉ. चन्द्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक, राजीव मिश्रा ने कहा है कि रावण वध कार्यक्रम, 2024 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारियों को इसके लिए सजग, सतर्क एवं सक्रिय रहना होगा। आपस में सार्थक समन्वय भी कायम रखना होगा। अधिकारीद्वय आज प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को गाँधी मैदान, पटना में संयुक्त ब्रीफिंग में संबोधित कर रहे थे। डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था से कोई समझौता नहीं किया जा सकता। लोगों का गाँधी मैदान में प्रवेश एवं निकास हर हाल में अवरोधमुक्त तथा सुगमतापूर्वक होना चाहिए। आस-पास के क्षेत्रों में बाइकर्स गैंग के विरुद्ध तत्परता से कार्य करते हुए उनपर नियंत्रण रखें। पुलिस बाईक दस्ता को लगातार भ्रमणशील रखें।
डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि पूरे जिले में लगभग १८ जगहों पर रावण वध कार्यक्रम का आयोजन हो रहा है। मुख्य कार्यक्रम का आयोजन गाँधी मैदान, पटना में हो रहा है। गाँधी मैदान, पटना में आयोजित होने वाले सभी कार्यक्रमों का एक निर्धारित प्रोटोकॉल है। साथ ही यह फिक्स्ड वेन्यू-फिक्स्ड टाईम कार्यक्रम भी है। मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार प्रोटोकॉल का अक्षरशः अनुपालन सभी पदाधिकारियों को सुनिश्चित करना है। डीएम डॉ. सिंह ने कहा कि कार्यक्रम के महत्व को देखते हुए आयुक्त महोदय द्वारा भी गाँधी मैदान, पटना का नियमित निरीक्षण किया जाता है। रावण बध कार्यक्रम में अपार जन-समूह के एकत्रित होने की संभावना है। इसलिए विशेष सतर्कता एवं निगरानी बरता जाना आवश्यक है, ताकि सुदृढ़ सुरक्षा व्यवस्था एवं उत्कृष्ट भीड़ प्रबंधन सुनिश्चित किया जा सके।
डीएम डॉ. सिंह ने पदाधिकारियों को निदेश दिया कि सभी प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल ससमय अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुँच जाएंगे तथा तब तक अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर मुस्तैद रहेंगे जबतक कि भीड़ कार्यक्रम स्थल से पूरी तरह वापस न चली जाए एवं मैदान पूर्णतः खाली न हो जाए। डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि विधि-व्यवस्था संधारण के दृष्टिकोण से पूरे गाँधी मैदान को चार सेक्टर में विभाजित किया गया है। सभी सेक्टर में एम्बुलेंस, फायर यूनिट एवं पेयजल की व्यवस्था की गई है। सेक्टर में अपर जिला दंडाधिकारी एवं पुलिस उपाधीक्षक को वरीय प्रभार में रखा गया है। प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी चिकित्सकों, फायर यूनिट के पदाधिकारियों एवं पेयजल व्यवस्था के प्रभारी पदाधिकारियों से समन्वय बनाए रखेंगे ताकि किसी भी तरह की कोई समस्या न हो।
सेक्टर के प्रभारी दंडाधिकारियों एवं वरीय पुलिस पदाधिकारियों के साथ गाँधी मैदान एवं आस-पास विधि-व्यवस्था संधारण हेतु कुल 47 विभिन्न स्थानों पर 90 दण्डाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। दंडाधिकारियों के साथ पुलिस पदाधिकारियों को भी तैनात किया गया है। महिला बल, लाठी बल एवं अन्य पुलिस बल भी ड्यूटी पर मुस्तैद रहेंगे। जिला नियंत्रण कक्ष में 07 दंडाधिकारियों तथा गाँधी मैदान नियंत्रण कक्ष में 08 दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। बैरिकेडिंग गैंगवे पर 08 दंडाधिकारियों के नेतृत्व में पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस बल को लगाया गया है। सीसीटीवी नियंत्रण कक्ष में तीन आईटी पदाधिकारियों को लगाया गया है।
सभी गेट पर दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं बलों की प्रतिनियुक्ति की गई है। 03 क्विक रिस्पॉन्स टीम भी तैनात रहेगा जो किसी भी प्रकार की आकस्मिक सूचना पर त्वरित कार्रवाई करेगा। गाँधी मैदान, पटना में सेन्ट्रल माईकिंग की व्यवस्था रहेगी। इसके साथ सभी 13 गेट एवं बाह्य क्षेत्रों में भी माईकिंग की व्यवस्था की गई है।
नगर आयुक्त, पटना नगर निगम श्री अनिमेष कुमार पराशर ने नगर निगम एवं स्मार्ट सिटी लिमिटेड के द्वारा की गयी व्यवस्था के बारे में विस्तार से बताया।
पूरे गाँधी मैदान में एवं आस-पास हाई क्वालिटी के 128 सीसीटीवी कैमरों से निगरानी की जाएगी। ये फिक्स्ड बुलेट एवं पीटीजेड कैमरा हैं। त्रुटिहीन सुरक्षा व्यवस्था के लिए गाँधी मैदान में अस्थायी नियंत्रण कक्ष भी कार्यरत रहेगा। इससे सम्पूर्ण भीड़ की गतिविधि पर नजर रखी जाएगी।
डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि गाँधी मैदान में भीड़ नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु मुख्य गेट के नजदीक तथा ध्वजारोहण स्थल के पास वाच टावरों की स्थापना की गई है। 13 वाच टावरों पर दंडाधिकारियों, पुलिस पदाधिकारियों एवं पुलिस बलों को ड्रैगन लाईट/ध्वनि विस्तारक यंत्र के साथ मुस्तैद रखा जाएगा। प्रत्येक वाच टावर पर सिविल डिफेन्स के दो कर्मी भी तैनात रहेंगे। इन वाच टावरों से पूरे गाँधी मैदान में नजर रखी जाएगी।
गाँधी मैदान में लोगों को सूचना का आदान-प्रदान करने तथा आवश्यक सहायता पहुंचाने हेतु चार हेल्प डेस्क (खोया-पाया सहायता केन्द्र) कार्यरत रहेगा। यह हेल्प डेस्क गेट नं0 5, 7, 10 एवं ध्वजारोहण स्थल के पास क्रियाशील रहेगा। इसमें दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। आम जनता की सुविधा के लिए सुरक्षा के दृष्टिकोण से द्वारों पर ‘क्या करें, क्या न करें’ के बारे में बैनर लगाया जा रहा है।
जिलाधिकारी ने कहा कि 34 प्रकाश मीनारों से 136 एलईडी मेटल लाईट, 229 पोल लाईट एवं 20 हाईमास्ट लाईट के द्वारा गाँधी मैदान एवं उसके चारों ओर प्रकाश की उत्कृष्ट व्यवस्था रहेगी। पाथवे लाईट की भी बेहतर व्यवस्था रहेगी। गाँधी मैदान में कुल 15 हाईमास्ट लाईट, 56 डेकोरेटिव लाईट, 98 पोल लाईट तथा गाँधी मूर्ति के पास 28 पार्क लाईट क्रियाशील है। गाँधी मैदान के चारों तरफ पटना नगर निगम द्वारा अधिष्ठापित 131 पोल लाईट एवं 5 हाईमास्ट लाईट भी क्रियाशील है। प्रकाश की सुदृढ़ व्यवस्था हेतु प्रकाश मीनारों, हाईमास्ट लाईट के स्थलों पर अभियंताओं एवं तकनीशियनों की प्रतिनियुक्ति रहेगी। उन्होंने निदेश दिया कि नगर निगम, भवन निर्माण विभाग एवं विद्युत विभाग द्वारा आपसी समन्वय कर समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
जिला नियंत्रण कक्ष एवं पुलिस नियंत्रण कक्ष के अतिरिक्त गाँधी मैदान, पटना में कार्यक्रम स्थल पर एक अस्थायी नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि किसी भी प्रकार की संदेहास्पद सूचना 24×7 जिला नियंत्रण कक्ष (दूरभाष संख्या 0612-2219810/2219234) एवं आपात नम्बर सेवा 112 पर तुरत दें। इसपर त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पुलिस नियंत्रण कक्ष से भी मोबाईल नम्बर 9470001389 पर भी सम्पर्क स्थापित किया जा सकता है।
मीडिया बंधुओ की सुविधा के लिए समुचित व्यवस्था की गई है। गाँधी मैदान के दक्षिण-पश्चिम स्थित गेट संख्या 13 से मीडिया बंधुओं का प्रवेश होगा। गाँधी मैदान के बाहर सड़क पर आम लोगों के पैदल आने-जाने हेतु सुगम यातायात की उत्तम व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। दंडाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों को तैनात करते हुए निदेश दिया गया है कि सर्कुलेशन जोन में कहीं भी भीड़ इकट्ठा न हो, लोगों का गाँधी मैदान में प्रवेश एवं निकास सुगमतापूर्वक हो।
गाँधी मैदान एवं उसके आस-पास का क्षेत्र नो पार्किंग, नो वेडिंग जोन है। यातायात प्रबंधन हेतु समुचित व्यवस्था पुलिस अधीक्षक, यातायात द्वारा की गई है। ट्रैफिक प्लान से संबंधित सूचना अखबारों के माध्यम से आम जनता को दी गई है ताकि लोग समारोह के समय वैकल्पिक मार्ग का चुनाव कर सके। दिनांक 12 अक्टूबर को 01 बजे दिन के उपरांत गाँधी मैदान, पटना की तरफ वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। लोग रावण वध कार्यक्रम देखने हेतु गाँधी मैदान में पैदल आएंगे। आम जनता का गाँधी मैदान में प्रवेश गेट नं. 4,5,6,7,8,10 एवं 12 से होगा। निकास के समय सभी गेट खुला रहेगा। लोग सुविधानुसार किसी भी गेट से निकल सकते हैं। लोगों की सहायता हेतु यातायात पुलिस की प्रतिनियुक्ति के अलावा पुलिस अधीक्षक, यातायात पर्याप्त संख्या में हैण्ड-हेल्ड माईक के साथ एनसीसी कैडेट को विभिन्न स्थानों पर तैनात रखेंगे।
किसी भी आकस्मिक परिस्थिति से निपटने हेतु गाँधी मैदान में पूरी व्यवस्था की गई है। 09 एम्बुलेंस सभी आवश्यक दवाओं एवं मेडिकल टीम के साथ तैनात रहेगा। गाँधी मैदान स्थित अस्थायी नियंत्रण कक्ष में वरीय चिकित्सक के नेतृत्व में चिकित्सा दल आवश्यक औषधियों के साथ प्रतिनियुक्त रहेंगे। सिविल सर्जन गाँधी मैदान क्षेत्र के सभी अस्पतालों से समन्वय करते हुए यह सुनिश्चित करेंगे कि वहाँ उत्तम इमर्जेंसी सुविधा उपलब्ध रहे। आपातकालीन स्थिति से निपटने हेतु एम्स, पीएमसीएच, एनएमसीएच एवं आई.जी.आई.एम.एस. में इमर्जेन्सी नियंत्रण कक्ष कार्यरत रहेगा। ऑपरेशन थियेटर 24 घंटे खुले रहेंगे।
रावण दहन कार्यक्रम स्थल के आस-पास 04 फायर यूनिट तैनात रहेगा। डीएम डॉ. सिंह ने नगर निगम एवं पीएचईडी को जन-समूह हेतु जगह-जगह पर पर्याप्त संख्या में वाटर एटीएम/पेयजल टैंकर की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश दिया। भवन निर्माण विभाग एवं विद्युत विभाग के अभियंताओं को बैरिकेडिंग, मंच, वाच टावर एवं विद्युत व्यवस्था से संबंधित फिटनेस प्रमाण-पत्र समर्पित करने का निदेश दिया गया है ताकि कोई भी अप्रत्याशित स्थिति उत्पन्न न हो।
डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने सभी पदाधिकारियों को आसूचना तंत्र को सुदृढ़ एवं सक्रिय रखने तथा अफवाहों का त्वरित खंडन करने का निदेश दिया है। अधिकारीद्वय ने जिले में आयोजित सभी रावण वध कार्यक्रमों हेतु आवश्यक व्यवस्था करने एवं विधि-व्यवस्था संधारण करने का निदेश दिया है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल को क्रियाशील रखने का निदेश दिया गया है।
डीएम डॉ. सिंह व एसएसपी श्री मिश्रा ने कहा कि विधि-व्यवस्था संधारण के लिए सम्पूर्ण प्रशासनिक तंत्र मुस्तैद है। इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, नगर पुलिस अधीक्षक मध्य, अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर, अपर जिला दण्डाधिकारी विधि-व्यवस्था, अपर समाहर्ता आपदा प्रबंधन एवं अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे।