OTT प्लेटफॉर्म नेटफ्लिक्स पर हाल में बिहार से जुड़ी एक सीरीज के जरिए बिहार के एक फेज को दर्शाया है। उस वेब सीरीज का नाम ‘खाकी द बिहार चैप्टर’ है। यह सीरीज आईपीएस अधिकारी अमित लोढ़ा की असल जिंदगी पर बनाया गया है। लेकिन सीरीज के असल हीरो अब स्टेट के लिए विलेन बन गए है। ऐसा दावा बिहार सरकार कर रही है। बिहार सरकार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने अमित लोढ़ा पर गंभीर आरोप लगा कर FIR दर्ज किया है। मिली जानकरी के अनुसार निगरानी के टीम मुम्बई से जांच करने के बाद वापस लौट चुकी है। जल्द ही जांच की रिपोर्ट गृह विभाग को सौंपी जाएगी। जिसके बाद ये पता चल पाएगा की जांच के दौरान निगरानी की टीम को आईपीएस अमित लोढ़ा के खिलाफ कुछ मिला है या नहीं।
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ये है पूरा मामला
दरअसल, दरअसल, बिहार की स्पेशल विजिलेंस यूनिट यानी (SUV) ने अमित लोढ़ा के खिलाफ केस दर्ज किया है। SUV ने यह बताया था कि IPS अमित लोढ़ा मगध क्षेत्र, गया के IG पद पर तैनात थे। और उस दौरान उनके खिलाफ भ्रष्टाचार और निजी स्वार्थ लाभ के लिए वित्तीय गड़बड़ी किया था। जिसे प्रथम दृष्टया सही पाया गया था। SUV की टीम द्वारा यह भी बताया गया है कि निगरानी विभाग के दिशा निर्देशों के साथ-साथ प्रारंभिक जांच में पाए गए सबूतों और तथ्यों के आधार पर ही लोढ़ा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी।
स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने 7 दिसंबर 2022 को अमित लोढ़ा के खिलाफ कांड संख्या-17/2022 दर्ज किया था। इसके साथ ही भ्रष्टाचार निवारण कानून यानी प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के धाराओं के साथ-साथ आईपीसी की धारा 120 बी और 168 के तहत केस दर्ज किया गया था। एसवीयू की ओर से यह भी बताया गया है कि सरकारी सेवा में रहने के दौरान भी लोढ़ा ने नेटफ्लिक्स और फ्राइडे स्टोरी टेलर के साथ व्यावसायिक कार्य किया गया था। इसी मामले में जांच करने स्पेशल विजिलेंस यूनिट की टीम मुम्बई गई हुई थी। जो जल्दी ही अपनी रिपोर्ट गृह विभाग को देगी।