बिहार के आरा शहर में हुए प्रोफेसर दंपत्ति हत्याकांड का भोजपुर पुलिस ने खुलासा कर दिया है। घटना के लगभग एक सप्ताह बाद डबल मर्डर की वारदात को अंजाम देने वाला आरोपी को असम के धेमाजी जिला के जानाई थाना के जनाई गांव से गिरफ्तार किया। हत्याकांड का खुलासा करते हुए भोजपुर के पुलिस कप्तान प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि पैसे के लेनदेन में ही प्रोफेसर दंपत्ति की निर्मम तरीके से हत्या कर दी गई थी। 29 जनवरी को आरा शहर के कतीरा मोहल्ला स्थित वीर कुंवर सिंह कॉलोनी में प्रोफेसर महेंद्र सिंह और उनकी पत्नी पुष्पा सिंह की जघण्य तरीके से हत्या कर दी गई थी।
दोनों के शव उनके मकान से मिले थे। हत्या की जानकारी शहर के लोगों को एक दिन बाद यानी 30 जनवरी को मिली थी, जिसके बाद पुलिस घटनास्थल पर पहुंची थी। जब पुलिस ने मामले की पड़ताल की तो यह पूरी तरह से ब्लाइंड केस था।
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सीसीटीवी फुटेज से जरिए अपराधी तक पहुंची पुलिस
इस मामले की जानकारी देते हुए एसपी प्रमोद कुमार यादव ने बताया कि आरोपी तक पहुंचने के लिए पुलिस को खासी मेहनत करनी पड़ी। इसके लिए हम लोगों ने 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे का फुटेज देखा और कई दिनों तक हत्यारे का ट्रेस लेते रहे। पुलिस ने आरोपी की गिरफ्तारी के लिए आरा से लेकर पटना दानापुर, औरंगाबाद, सासाराम, छपरा समेत कई अन्य जिलों में भी रेड की गई साथ ही लोगों की मदद ली गई। पुलिस कप्तान ने बताया कि मामला पूरी तरीके से अनभिज्ञ था।
आरोपी की गिरफ्तारी में एक सीसीटीवी फुटेज क्लू था जो कि धुंधला था लेकिन वो ही काफी मददगार साबित हुआ। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दीपक उर्फ तपन डे ने हत्या की वारदात को अंजाम दिया था लेकिन परिवार के किसी सदस्य समय कोई अन्य संबंधितों से पूरी जानकारी नहीं मिल रही थी। लेकिन परिवार के किसी सदस्य समय कोई अन्य संबंधितों से पूरी जानकारी नहीं मिल रही थी. सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस आरोपी तक पहुंच गई। आरोपी का गांव असम और अरुणाचल प्रदेश के बॉर्डर पर अंतिम छोर पर है जिसे पकड़ने के लिए पुलिस ने बहुत ही शातिराना अंदाज में उसके घर छापेमारी की ताकि वो रेड की भनक लगने के बाद भाग न सके।