प्रशांत किशोर ने जनसुराज को अभियान के तौर पर शुरू किया और दो साल तक पूरे बिहार में पदयात्रा करने के बाद राजनीतिक दल में बदल दिया। प्रशांत की यह यात्रा भितिहरवा की धरती से शुरू हुई थी, जो महात्मा गांधी की कर्मभूमि है। लेकिन अब प्रशांत किशोर ने बिहार में शराब शुरू करने की बात कर भितिहरवा के साथ चंपारण, सारण समेत पूरे बिहार के लोगों को नाराज कर दिया है। इस नाराजगी का खामियाजा जनसुराज के कार्यवाहक अध्यक्ष मनोज भारती को उठाना पड़ा, जब वे भितिहरवा पहुंचे।
भितिहरवा में मनोज भारती, प्रशांत किशोर के खिलाफ लोगों ने प्रदर्शन किया। पोस्टर बैनर के साथ हुए इस प्रदर्शन में सारण विकास मंच भी शामिल हुआ। इस संबंध में सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि बापू ने साफ कहा था कि पूर्ण शराबबंदी के अलावा कुछ भी लोगों को शराब की बुराई से नहीं बचा सकता। उन्होंने कहा कि गांधी जी का नाम लेकर राजनीति करने वाले प्रशांत किशोर ने शराबबंदी खत्म करने की बात कहकर गांधी जी के विचारों की हत्या करने जैसा पाप किया है। शराब माफियाओं के पैसे से सरकार बनाने की सोच रखने वाले प्रशांत किशोर का हम तब तक विरोध करेंगे, जब तक वे शराबबंदी खत्म करने के अपने स्टैंड से पीछे नहीं हटते।
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि गांधी जी ने सबको चेतना दी, शराब सहित तमाम बुराइयों का विरोध किया। लेकिन प्रशांत किशोर बापू की कर्मभूमि बिहार में ही शराब माफिया के पैसे से सरकार बनाने का पाप खुलेआम करने का दावा कर रहे हैं। यह हम कभी सफल नहीं होने देंगे।