बिहार में मानसून के आते ही पुलों के ध्वस्त होने का सिलसिला लगातार जारी है। पूर्णिया जिले के अमौर के लालटोली में बना पुल का एप्रोच रोड एक साल के भीतर ही ध्वस्त हो गया है। अमौर प्रखंड क्षेत्र में सड़क सहित पुल का निर्माण मुख्यमंत्री ग्राम संपर्क योजना के तहत हुआ था लेकिन एक वर्ष के अंदर दोबारा पुल का एप्रोच टूट गया। इस पुल की लंबाई 69. 91 मीटर एवं एप्रोच की लंबाई 100 मीटर है।
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स्थानीय लोगों की माने तो इस पुल के एप्रोच टूट जाने से बड़ी आबादी प्रभावित हुई है। साथ ही ग्रामीणों ने संवेदक पर पुल निर्माण कार्य में अनियमितता का आरोप भी लगाया है। ग्रामीणों का आरोप है कि संवेदक द्वारा गुणवत्तापूर्ण कार्य नहीं करवाया गया जिस कारण एक ही बारिश में जगह-जगह रेनकट बन गया। साथ ही सड़क पर बने पुल के एक तरफ का एप्रोच एक वर्ष में दोबारा ढह गया।
एप्रोच ढहने के साथ ही आवागमन बाधित हो गया। ग्रामीणों ने बताया कि अगले वर्ष 13 जुलाई 2023 को इसी जगह पर पुल का अप्रोच ध्वस्त हो गया था। एक बार फिर 11 जुलाई को इसी जगह पर दोबारा पुल का एप्रोच ध्वस्त हो गया। ग्रामीणों ने कहा कि यह अप्रोच रोड कई गांवों के 10 हजार की आबादी के आवागमन का मुख्य मार्ग है। ग्रामीणों ने डीएम से उच्च स्तरीय जांच कर सड़क एवं पुल के एप्रोच निर्माण की मांग की है।