पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार प्रगति यात्रा पर हैं। यात्रा का पहला राउंड और दूसरा दिन बीत रहा है। लेकिन इस बीच नीतीश कुमार की इस प्रगति यात्रा पर सवाल उठने लगे हैं। दरअसल, मामला जनता के बीच संवाद का है, जिसको लेकर कई लोग कमी महसूस कर रहे हैं। नीतीश कुमार की यह यात्रा विकास कार्यों के निरीक्षण के उद्देश्य से शुरू की गई है। लेकिन इस यात्रा को लेकर विपक्ष और आम जनता दोनों ही सवाल खड़े कर रहे हैं।
कई ऐसे वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें वहां खड़ी जनता पत्रकारों से अपनी नाराजगी जाहिर हो रही है। ऐसे वीडियोज में महिलाएं पूछती नजर आ रही हैं कि “यह कैसी यात्रा कर रहे हैं नीतीश कुमार? जिसमें किसी से मिल ही नहीं रहे।” आरोप लगाया जा रहा है कि मुख्यमंत्री की यह यात्रा केवल औपचारिकता बनकर रह गई है, जहां आम जनता की समस्याओं को न तो सुना जा रहा है और न ही हल किया जा रहा है। यात्रा के पहले ही दिन कुछ नेता उनसे मिलने की जद्दोजहद में गिर पड़े। सीएम को वे बुके देने की कोशिश कर रहे थे लेकिन भारीभरकम सुरक्षा व्यवस्था के कारण हुई अव्यवस्था में वे नेता खुद को संभाल नहीं सके।
वैसे तो चर्चा यह थी कि नीतीश कुमार की यह यात्रा जनता के बीच उनकी पकड़ मजबूत करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम हो सकती थी। लेकिन, लोगों से संवादहीनता की स्थिति आगे बढ़ती रही तो यह नीतीश कुमार के लिए बैकफायर भी कर सकती है। हालांकि अभी यात्रा का एक ही दिन बीता है।