वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024-25 के लिए लगातार सातवीं बार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली NDA सरकार के तीसरे कार्यकाल का पहला बजट मंगलवार को लोकसभा में पेश किया। इस दौरान सरकार ने बिहार के लिए कई खास प्रोजेक्ट का ऐलान किया है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2 लाख करोड़ रुपये के केंद्रीय परिव्यय के साथ 5 वर्षों में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसरों की सुविधा के लिए 5 योजनाओं और पहलों के प्रधानमंत्री पैकेज की घोषणा की। साथ ही शिक्षा, रोजगार और कौशल के लिए 1.48 लाख करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। लेकिन बिहार में मुख्य विपक्षी दल राजद ने इसे झुनझुना करार दिया है। राबड़ी देवी ने कहा कि, झुनझुना दिया है। यह बजट एक झुनझुना है इस बजट से आम लोगों का कोई फायदा नहीं होगा।
इसके साथ ही बिहार में विशेष राज्य का दर्जा को लेकर बवाल मचा हुआ है। केंद्र सरकार ने सदन के अंदर लिखित जवाब दाखिल कर साफ़ कह दिया है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता। जिसके बाद बिहार की सियासत गरमा गई है। बिहार विधान मंडल मानसून सत्र के दूसरे दिन दोनों सदनों में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने से पहले मुख्य विपक्षी दल आरजेडी के नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के नेतृत्व में विधान परिषद पोर्टिको में जबरदस्त हंगामा किया है।
विशेष दर्जा या पैकेज नहीं… बिहार को बजट मिली ‘विशेष सहायता’
बिहार को विशेष राज्य के दर्जे को लेकर राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा है। कल लालू प्रसाद यादव ने भी नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगा था। वहीं आज राबड़ी देवी ने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा केंद्र सरकार नहीं दे रहा है तो नीतीश कुमार को इस्तीफा दे देना चाहिए। हालांकि राबड़ी देवी से पत्रकारों ने सवाल किया कि नीतीश कुमार एनडीए से इस्तीफा देते हैं तो क्या राजद मुख्य विपक्षी दल नीतीश कुमार का स्वागत करेगा। जिसको लेकर राबड़ी देवी ने कहा कि पहले उन्हें इस्तीफा देना चाहिए उसके बाद बिहार की मांग को लेकर वह अपना विचार रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि, नीतीश कुमार का स्वागत नहीं करेंगे वो आएंगे तो आएंगे।