बिहार में मानसून अपने चरम पर है। कई जिलों में भारी बारिश हो रही है। लेकिन जल्द ही बारिश में कमी आने वाली है। 15 जुलाई से 18 जुलाई तक मानसून की गतिविधियां धीमी पड़ने की संभावना है और उमस भरी गर्मी बढ़ सकती है। इसका असर पटना में 13 जुलाई से ही देखने को मिला है। पटना में हल्की बूंदाबांदी के साथ मानसून कमजोर पड़ गया है। सुबह धूप और दोपहर में बादल छाए रहने के बावजूद उमस ने लोगों को परेशान किया। हालांकि, बिहार के बाकी हिस्सों में बारिश हुई है।
बिहार के उत्तरी जिलों के कुछ इलाकों में बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिम चंपारण और पूर्णिया के एक-एक जगह पर बहुत भारी बारिश हुई। साथ ही सुपौल, भागलपुर, गया और किशनगंज के एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हुई। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक कमल सिंह गुप्ता के अनुसार, आज यानी 14 जुलाई को बिहार के चार जिलों में भारी बारिश हो सकती है। इसके अलावा उत्तर मध्य, दक्षिण पश्चिम और दक्षिण मध्य बिहार के कुछ इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। बाकी जिलों में मध्यम बारिश हो सकती है।
रविवार को पश्चिम चंपारण, सुपौल, अररिया और किशनगंज में भारी बारिश का अनुमान है। वहीं पूर्वी चंपारण, सीवान, सारण, गोपालगंज, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, कटिहार, भागलपुर, बांका, जमुई, मुंगेर और खगड़िया में मध्यम से तेज बारिश हो सकती है। बाकी जिलों में हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है। पूरे बिहार में मेघगर्जन, बिजली चमकने और आकाशीय बिजली गिरने का खतरा बना हुआ है। 15 जुलाई से 18 जुलाई तक बारिश की गतिविधियां कम होने की संभावना है और दिन के तापमान में इजाफा हो सकता है।
एक जून से लेकर 13 जुलाई तक सबसे ज्यादा बारिश किशनगंज में हुई। यहां सामान्य से 66 फीसदी अधिक बारिश हुई। इसके बाद अररिया, पश्चिम चंपारण, सीवान और अरवल जिलों में अच्छी बारिश दर्ज की गई।