भागलपुर में सुल्तानगंज अगवानी गंगा पर बन रहे निर्माणाधीन फोर लेन पुल तीसरी बार गंगा नदी समा गया जिसके बाद नीतीश सरकार (Nitish Government) की कार्य शैली पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। इससे पहले की विपक्ष की तरफ से इस पर कोई प्रतिक्रिया आए जदयू विधायक ने ही अपनी सरकार पर सवाल खड़ा कर दिया है। जदयू विधायक डॉ संजीव ने सोशल मीडिया के माध्यम से अपने ही सरकार को घेरा है।
जेडीयू विधायक में सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘अगुवानी सुल्तानगंज में गंगा पे निर्माणाधीन पुल फिर तीसरी बार गिरा। पूरा सिस्टम भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। मैं लगातार बोल रहा था कि फिर गिरेगा लेकिन आज तक किसी पे कोई कार्यवाही नहीं हुईं। ना अधिकारी पे, ना एस.पी सिंघला कंपनी पे और ना ही रोडिक कन्सल्टेंसी पर।
तीसरी बार गिरा है पुल
पहले भी चार जून 2023 को सुलतानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर बन रहा निर्माणाधीन फोरलेन पुल जमींदोज हो गया था। निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। वहीं, पुल पर ड्यूटी कर रहे दो गार्ड भी हादसे के बाद से लापता हो गए थे। उस वक्त अगुवानी की तरफ से पुल के पाया नंबर 10, 11, 12 के ऊपर का पूरा सुपर स्ट्रक्चर गिर गया था जो लगभग 200 मीटर का हिस्सा होगा।
तीसरी बार ध्वस्त हुआ निर्माणाधीन भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल… गंगा नदी में समा गया पिलर
उसके पहले 27 अप्रैल 2022 को इस निर्माणाधीन पुल का सुपर स्ट्रक्चर नदी में गिर गया था। तेज आंधी और बारिश में करीब 100 फीट लंबा हिस्सा भरभराकर नदी में गिर गया था। हालांकि, उस वक्त जानमाल की क्षति नहीं हुई थी। इसके बाद पुल निर्माण का काम फिर शुरू हुआ. इस बार करीब 80 प्रतिशत काम सुपर स्ट्रक्चर का पूरा हो गया था। इतना ही नहीं अप्रोच रोड का काम भी 45 फीसद पूरा कर लिया गया है।
1710 करोड़ की है योजना
भागलपुर-सुल्तानगंज अगुवानी पुल उत्तर और दक्षिण बिहार को जोड़ने वाली है। इस परियोजना का आरंभिक मूल्यांकन 1710.77 करोड़ किया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 23 फरवरी 2014 को इसका शिलान्यास किया था। इस पुल और सड़क निर्माण से एनएच 31 तथा एनएच 80 आपस में जुड़ जाएंगे। इस पुल की लंबाई 3.160 किलोमीटर है जबकि एप्रोच पथ की कुल लंबाई करीब 25 किलोमीटर है।