शिक्षकों के द्वारा सक्षमता परीक्षा को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन पर आज बिहार के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि कभी सरकार ने ऐसा नहीं कहा था कि नियोजित शिक्षकों को बिना शर्त राजकर्मी का दर्जा मिलेगा। लेकिन फिर भी शिक्षक प्रदर्शन कर कर रहे हैं कि उनकी नौकरी चली जाएगी। तो उन्हें बता देना चाहिए कि ऐसा निर्णय सरकार के स्तर पर कभी नहीं हुआ है।
शिक्षा मंत्री चौधरी ने कहा कि समिति ने भी अनुशंसा की है। सरकार पूरे मामले पर विचार करेगी। शिक्षकों के हित को भी देखेगी और शिक्षकों की बातों को भी देखेगी। प्रदेश शिक्षा मंत्री ने कहा कि विरोध प्रदर्शन करने से कुछ होने वाला नहीं है। निश्चित तौर पर सरकार उनकी बात को सुनेगी ही। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि जिस चीज का निर्णय नहीं हुआ है, उस मामले पर अभी विरोध प्रदर्शन करने का क्या तुक है। सरकार का इस पर क्या कदम होगा ,इस सवाल पर विजय चौधरी ने कहा कि इस बात पर अंतिम निर्णय सरकार लेगी।
वहीँ जदयू विधायकों पर हाल में हुए पुलिस कारवाई और गिरफ्तारी पर जब चौधरी से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया कि अगर उन्होंने गलत किया है तो उनपर उक्त कार्रवाई हो रही है। इसमें गलत क्या है ! ‘तो क्या जदयू विधायक ही सिर्फ गलत हैं, बाकी दलों में भी ऐसे लोग हैं, उनपर कार्रवाई क्यों नहीं की जा रही?’ , इस सवाल को टालते हुए चौधरी ने कहा कि अब दूसरे दलों में क्या हो रहा है, इसकी जानकारी हमको कैसे होगी !