बिहार में दो विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव का नतीजा आ रहा है। 3 नवंबर को गोपालगंज और मोकामा में मतदान हुए थे। मोकामा में 53.45 फीसदी मतदान हुआ। जबकि गोपालगंज में 51.48 फीसदी मतदाताओं ने वोट किया। अब रविवार को इस उपचुनाव का नतीजा आ रहा है। पहले गोपालगंज सीट भाजपा के पास थी और मोकामा सीट RJD के पास। ऐसे में दोनों दलों पर अपनी अपनी प्रतिष्ठा बचाने का दबाव है।
गोपालगंज में भाजपा को बढ़त के आसार
पिछले चार चुनावों से भाजपा के उम्मीदवार रहे सुभाष सिंह को कभी भी कड़ी टक्कर नहीं दे सका। शहरी सीट है, जो भाजपा के लिए हमेशा फायदेमंद रहने का रिकॉर्ड है। सुभाष सिंह के निधन पर चुनाव हो रहा है और उनकी पत्नी ही भाजपा की उम्मीदवार हैं। ऐसे में सहानुभूति भी एक फैक्टर है। दूसरी ओर राजद के वोट काटने के लिए बसपा से इंदिरा यादव हैं, जो तेजस्वी की मामी हैं। साथ ही AIMIM मुस्लिम वोटों की राजनीति भी कर रहा है, जिसका नुकसान राजद को ही हो सकता है। ऐसे में भाजपा को बढ़त के आसार हैं। क्योंकि फॉरवर्ड कास्ट के वोट तो भाजपा को मिलने की उम्मीद है ही। साथ ही राजद के कोर वोटर्स मुस्लिम-यादव में सेंध की बसपा और AIMIM की कोशिशों का फायदा भाजपा को मिलने की उम्मीद है।
मोकामा में बरकरार रह सकता है अनंत का जलवा
पिछले चार चुनावों से मोकामा में अनंत सिंह को कोई चुनौती नहीं मिली है। अनंत सिंह पहले जदयू में थे, तब भी जीते। 2015 के चुनाव में निर्दलीय लड़े तब भी जीते। 2020 में राजद से चुनाव लड़े तब भी जीते। इस बार राजद की उम्मीदवार अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी हैं। ललन सिंह वहां से पहले भाजपा गठबंधन से भी चुनाव लड़ चुके हैं। लेकिन उनकी हालत बेहतर नहीं थी। इस बार उनकी पत्नी उम्मीदवार हैं।