पटना: राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुख्य प्रवक्ता शक्ति यादव ने सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सहकारिता विभाग में भ्रष्टाचार और सरकार की निष्क्रियता पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में सहकारिता व्यवस्था “दलदल” में फंस चुकी है और इसका संचालन माफिया कर रहे हैं। शक्ति यादव ने आरोप लगाया कि सहकारिता क्षेत्र में पैक्स (प्राथमिक कृषि सहकारी समिति) के माध्यम से 1500 करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है। उन्होंने कहा कि “पैक्स अध्यक्ष कुंडली मारकर पद पर बैठे हैं और इस्तीफा देने के बाद भी उनके घर के सदस्य चुनाव जीतकर आ जाते हैं।”
उन्होंने पटना हाईकोर्ट का जिक्र करते हुए कहा कि अदालत ने सहकारिता प्रणाली पर सवाल उठाया है। अदालत ने सुझाव दिया है कि इस्तीफा देने वालों को पुनः चुनाव लड़ने से रोका जाए। यादव ने यह भी कहा कि ब्लैकलिस्टेड पैक्स की संख्या सैकड़ों में है, और भ्रष्टाचार के आरोपों के बावजूद वही लोग फिर से जीतकर आ रहे हैं।
शक्ति यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा, “20 वर्षों से मुख्यमंत्री पद पर रहते हुए भी नीतीश कुमार सहकारिता क्षेत्र में सुधार करने में असफल रहे हैं।” उन्होंने सहकारिता विभाग में बढ़ते भ्रष्टाचार के लिए भाजपा को भी जिम्मेदार ठहराया, क्योंकि यह विभाग भाजपा के पास है। उन्होंने मुख्यमंत्री के गृह जिला नालंदा का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां 35 ब्लैकलिस्टेड पैक्स फिर से चुनाव जीत गए हैं। उन्होंने कहा कि “अगर सरकार किसान हित में काम करना चाहती है, तो एक सप्ताह के भीतर इस पर ध्यान दे।”
वन नेशन वन इलेक्शन पर बोलते हुए यादव ने कहा, “यह पहले भी लागू होता रहा है। लेकिन इसकी चर्चा केवल राजनीतिक लाभ के लिए हो रही है। हम मांग करते हैं कि इसे जॉइंट पार्लियामेंटरी कमिटी (जेपीसी) को भेजा जाए।” उन्होंने केंद्र सरकार पर बेरोजगारी और किसानों की समस्याओं से मुंह मोड़ने का आरोप लगाया। धार्मिक स्थलों पर हो रही राजनीति की आलोचना करते हुए शक्ति यादव ने कहा, “मंदिर-मस्जिद को आस्था का केंद्र रहने दीजिए। इसे राजनीतिक एजेंडा मत बनाइए।”
महुआ विधानसभा के संदर्भ में उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल की आत्मा हर विधानसभा क्षेत्र में बसती है। लालू प्रसाद यादव और तेजस्वी यादव के विचारों और सिद्धांतों को लोग मानते हैं।