लालू परिवार पर ईडी और सीबीआई की छापेमारी को लेकर बिहार का सियासी पारा हाई है। भाजपा के तमाम नेता भी लालू परिवार पर लगातार हमलावर हैं। बीते दिनों पूर्व उपमुख्यमंत्री और भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने इस लपेटे में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी ले लिया। उन्होंन तंज किया जिससे नई राजनीतिक बयानबाजी को जन्म दे दिया है। दरअसल उन्होंने कहा था कि लालू परिवार पर कार्रवाई से सबसे ज्यादा खुश मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हैं। साथ ही ये भी कहा था कि नीतीश कुमार चाहते हैं कि तेजस्वी यादव जेल चले जाए ताकि 2025 तक उनके मुख्यमंत्री बने रहें में कोई दिक्कत ना हो। इसे लेकर अब राजद की तरफ से भी भाजपा पर हमला बोला जा रहा है।
सुमो के तंज पर राजद का जवाब
सुशील मोदी के तंज पर अभीतक जदयू की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। लेकिन राजद की तरफ से बयानबाजी शुरू हो गई हैं। राजद विधायक अख्तरुल इमान साहिल ने कहा है कि बिहार की राजनीति को सुशील कुमार मोदी अपने बयानों से प्रभावित करना चाहते हैं। लेकिन बिहार की राजनीति प्रभावित होने वाली नहीं है। सीबीआई और ईडी जिस तरह से करवाई कर रही है। इससे पता चलता है कि यह स्वतंत्र एजेंसी या केंद्र सरकार के इशारों पर ही इस तरह का काम कर रही है। अख्तरुल इमान शाहीन ने कहा कि जब भी मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बनने की बात होती है। तब इस तरह का जांच शुरू हो जाता है क्योंकि बीजेपी को पता है कि एक बार बिहार के मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव बन गए तो फिर भारतीय जनता पार्टी बिहार में पूरी तरह से समाप्त हो जाएगी।
‘सीबीआई और ईडी पर रोक लगाए CM’
राजद के विधायक और पार्टी के मुख्य प्रवक्ता भाई बिरेंद्र ने भी लालू परिवार पर हो रही कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है। लेकिन इससे कोई भी फायदा उन्हें नहीं होने वाला है। साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बड़ी मांग कर दी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार में सीबीआई और ईडी की प्रवेश पर रोक लगाए ।