राजद विधायक भाई वीरेंद्र (Bhai Virendra) ने बिजली स्मार्ट मीटर पर सवाल उठाते हुए कहा है कि बिहार में स्मार्ट मीटर की कोई आवश्यकता नहीं थी। पहले के भी मीटर सही थे। आज के स्मार्ट मीटर घरों में लग जाने के बाद उपभोक्ता ज्यादा बिजली का भुगतान रिचार्ज के रूप में कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिजली विभाग के कमांडर संजीव हंस को छूट दिया गया है लूट का। बिजली विभाग के सीएमडी संजीव हंस स्मार्ट मीटर लगाने के नाम से कंपनियों से अरबों रुपए की डील कर चुके हैं। स्मार्ट मीटर लगाने का जो तुगलकी फरमान सरकार ने जारी किया है उसे रोके, जिन लोगों को स्मार्ट मीटर लगाना है उन्हीं को लगाए।
वहीं बिहार में पुल गिरने के मामले में विपक्ष को बिहार को बदनाम करने का दोषी बनाए जाने पर राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार में पुल बनाने में जो चोरी हुई है, अगर विपक्ष ने कह दिया तो इसमें सत्ता पक्ष को दिक्कत क्यों हो रही है? भाई वीरेंद्र ने कहा कि बिहार में पुल निर्माण में लूट हुई है और सत्ता पक्ष में ऊपर से लेकर नीचे तक इस लूट का हिस्सा की बात है।
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पुल गिरने की घटना की जांच निगरानी विभाग द्वारा कराए जाने पर राजद विधायक ने कहा कि निगरानी विभाग की जांच क्या सही होगी? दूध की रखवाली बिल्ली से नहीं कराया जाता है, निगरानी विभाग भी सरकार का महकमा है। सरकार जो आदेश देगी उसी अनुसार जांच का रिपोर्ट सामने आएगा। विभाग ने चोरी किया है कोई कह रहा है तो उन्हें दुख क्यों लग रहा है? गुणवत्ता पूर्वक पुल बनते तो यह हादसे नहीं होते।