गुरुवार को बिहार विधानसभा में सीएम नीतीश कुमार ने जीतन राम मांझी के लिए जिस भाषा का इस्तेमाल किया है उसको लेकर विरोध शुरू हो गया है। भाजपा भी खुलकर जीतन राम मांझी के समर्थन में उतर गई है। वहीं इसको लेकर राजद विधायक नीतीश को बचाने की कोशिश कर रहे है। राजद विधायक का कहना है कि मुख्यमंत्री ने हमेशा दलितों की इज्जत की है उसके समर्थन में खड़े रहे है। वो कभी भी दलित समाज को नाराज नहीं कर सकते हैं। उन्होंने जो भी कहा सिर्फ जीतन राम मांझी के लिए कहा, और उन्होंने जो भी कहा वह सही कहा, इसमें कुछ गलत नहीं है।
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“पीएम पत्नी को छोड़ चुके हैं उस पर कोई कुछ नहीं बोलता”
वहीं, आज सदन स्थगित होने पर विधायक भाई वीरेंद्र ने कहा कि आज सत्र का आज आखिरी दिन है और विपक्ष के लोगों ने सत्र चलने नहीं दिया है। आज देश में महंगाई है, बेरोजगारी है और किसान त्राहिमाम है उनके उपज का सही दाम नहीं मिल रहा है। लेकिन, इस पर बीजेपी को कोई जवाब नहीं देना है। इनको बस मुद्दा भटकाना आता है। इसके आलावा उन्होंने जीतन राम मांझी प्रकरण को लेकर कहा कि जब मुख्यमंत्री मांझी थे तो वह दलित को घुसने नहीं दिया करते थे। आज वो बड़े हितेषी बन रहे हैं। देश में राजनीति ऐसे नहीं चलेगी। हमारे नेता लालू जी ने और नीतीश -तेजस्वी ने हमेशा दलित, अति पिछड़ा, पिछड़ा और गरीबों को सम्मान दिया है। वो कल खुद एक्सपोज होना चाह रहे थे। लेकिन नहीं हुए। वहीं पीएम पर हमला बोलते हुए भाई विरेंद्र ने कहा कि इस देश का पीएम शादी करके अपनी पत्नी को छोड़ चुका हैं उस पर कोई कुछ नहीं बोल रहा है। देश का जो पैसा है अडानी-अंबानी को पंप किया जा रहा है उसपर किसी को कुछ नहीं बोलना है।