खुद को महिसासुर का वंशज बताने वाले डेहरी के राजद विधायक फतेह बहादुर सिंह ने एक बार फिर मंदिर को लेकर विवादित बयान दिया है। आरजेडी विधायक ने कहा है कि मंदिर का रास्ता अंधविश्वास, पाखंड तथा मूर्खता की ओर ले जाता है। उन्होंने आगे कहा कि यह मेरा कहना नहीं है बल्कि सावित्रीबाई फूले का कहना है और उन्हीं के कही बातों को वह पब्लिक के बीच रख रहे हैं।
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डेहरी के देवरिया गांव में स्थित तकनीकी विद्यालय में आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए राजद विद्जायक ने कहा कि आज समाज में दो रास्ते हैं, लोग बच्चे को मंदिर में भेजें या फिर स्कूल में। क्योंकि मंदिर अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता को बढ़ावा देने का काम करती है जबकि स्कूल हमें तर्कपूर्ण ज्ञान, वैज्ञानिकता और जीवन में बदलाव की ओर ले जाता है। हमें अब चुनना है कि हमें अपने बच्चों को कहां भेजने की आवश्यकता है।
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उन्होंने कहा कि हम बहुसंख्यकों को किसी हिंदू धर्मग्रन्थ में हिंदू नहीं कहा गया है, हमें शूद्र कहा गया है। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों ने ब्राह्मणवाद की बात मानी उन्हें क्षत्रिय बना दिया। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने उनकी सेवा की, उन्हें वैश्य बना दिया तथा जिन लोगों ने इनकी बातों को नहीं माना। उन सभी को इन लोगों ने शूद्र बना दिया जबकि मानव एक समान है और प्रत्येक मानव में मनुष्यता सर्वोपरि होनी चाहिए।