बिहार में स्मार्ट मीटर का मुद्दा पिछले काफी दिनों से गर्म है। अलग-अलग जगहों पर कई लोग स्मार्ट मीटर लगाने का विरोध कर रहे हैं। कई लोगों का दावा है कि स्मार्ट मीटर की वजह से उनके घर पर बिजली का बिल ज्यादा आ रहा है। लोगों को हो रही समस्या को लेकर अब राष्ट्रीय जनता दल ने बिहार में स्मार्ट मीटर के खिलाफ आंदोलन छेड़ने का ऐलान कर दिया है। राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि बिहार में स्मार्ट मीटर के नाम पर लूट मची हुई है। गरीब, किसान और आम उपभोक्ता इससे काफी परेशान है।
जगदानंद सिंह ने कहा कि 1 अक्टूबर से पार्टी इस गंभीर मसले पर आंदोलन शुरू करेगी। साथ ही केंद्र से बिहार के कोटे वाली बिजली नहीं मिलने पर नीतीश कुमार से जवाब मांगा है। जगदानंद सिंह ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार ने बिहार को 23 हजार करोड़ रुपए गांव-गांव तक बिजली पहुंचाने के लिए दिया है। अन्य योजना के मध्य में भी पैसा आया है जो मिलकर 50 हजार करोड रुपए हो रहे हैं। लेकिन नीतीश कुमार इन पैसों के बंदरबाट के लिए प्राइवेट कंपनियों को स्मार्ट मीटर लगाने का ठेका दे दिया है। जगदानंद सिंह ने सरकार को डेढ़ महीने का समय दिया है। यदि सरकार स्मार्ट मीटर को नहीं हटाती है तो आंदोलन के जरिए राष्ट्रीय जनता दल स्मार्ट मीटर का बहिष्कार करेगी। साथ ही स्मार्ट मीटर को उखाड़ फेंकने का काम करेंगी।
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बिजली कटवा ले राजद
वहीं प्रीपेड स्मार्ट मीटर को लेकर राजद के द्वारा आंदोलन का ऐलान करने पर जेडीयू ने पलटवार किया है। पार्टी के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि उन लोगों से अनुरोध करते हैं कि अपना बिजली कटवा लें, फिर आंदोलन करें। क्योंकि आंदोलन करने का अधिकार तो सबका है। नीरज कुमार ने जगदानंद सिंह पर तंज करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनता दल के नेता आंदोलन के साथ अपने समर्थक को बोले कि अपने घर लालटेन जलाओ और नीतीश कुमार की जो बिजली है उसका कनेक्शन कटवा लो।
उन्होंने कहा कि जब बिहार-झारखंड एक था, कोयला खदान था तब बिहार के लोगों ने क्या गुनाह किया था कि आपने अपने शासन काल में बिजली नहीं पहुंचाया। जगदानंद सिंह से अनुरोध करते हैं कि नीतीश कुमार की बिजली नहीं पसंद है तो सब्सिडी का पैसा लौटा कर बिजली विभाग को वापस जमा कर दें।