चुनाव से पहले दल-बदल का खेल नया नहीं है। यह पहले भी होता रहा है और दल-बदल से लेकर गठबंधन बदल तक बिहार की राजनीति इन दिनों तेज है। लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर एनडीए ने तो सभी सीटों पर पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिए थे, अब RJD ने भी अपनी लिस्ट जारी की है। वैसे RJD की ओर से कभी लालू यादव तो कभी तेजस्वी यादव, उम्मीदवारों को सिम्बल देने की तस्वीरें साझा करते रहे हैं। लेकिन पार्टी की ओर से लिस्ट अब आई है। इसी लिस्ट में एक ऐसे कैंडिडेट का नाम है, जो कभी राजद के दिग्गज नेता को हराने के बहुत करीब पहुंच गया था। लेकिन इस बार उसी को RJD ने अपना उम्मीदवार बनाकर उसे हराने की कोशिश शुरू की है, जिसने RJD के दिग्गज नेता को हरा दिया था।
Bihar में RJD ने घोषित किए 22 सीटों पर उम्मीदवार, कईयों को पहले ही दे चुके हैं सिम्बल
मामला वैशाली लोकसभा सीट का है। यहां से RJD ने विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है। वैशाली वह सीट है, जहां से राजद के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह पांच बार सांसद बने। 1996 से 2009 तक हुए पांच चुनावों में हर चुनाव रघुवंश प्रसाद सिंह वैशाली से जीते। लेकिन 2014 में उनकी हार हो गई। तब उन्हें रामा सिंह ने हराया था। इसके बाद 2019 में वीणा सिंह ने हरा दिया।
वैसे 2024 में जिस विजय कुमार शुक्ला उर्फ मुन्ना शुक्ला को RJD ने उम्मीदवार बनाया है, वे वैशाली से पहले भी किस्मत आजमा चुके हैं। 2009 के चुनाव में मुन्ना शुक्ला को नीतीश कुमार ने जदयू से टिकट दिया था। नीतीश कुमार की कोशिश थी कि राजद का वैशाली से किला उखड़ जाए। चुनाव में मुन्ना शुक्ला ने कड़ी टक्कर भी दी लेकिन 21,405 वोटों से हार गए। लोकसभा चुनाव के लिहाज से 21 हजार वोटों की हार छोटी मानी जाती है, लेकिन मुन्ना शुक्ला तब संसद नहीं पहुंच पाए।
इसके बाद 2014 में मुन्ना शुक्ला ने अपनी पत्नी अन्नू शुक्ला को चुनावी मैदान में उतारा। इस चुनाव में RJD का वैशाली से किला तो ढह गया लेकिन अन्नू शुक्ला चौथे स्थान पर रहीं। तब लोजपा के रामा सिंह जीत गए। इस बार मुन्ना शुक्ला एक बार फिर चुनावी मैदान में आ गए हैं लेकिन राजद के टिकट पर। जबकि सामने वही वीणा सिंह हैं, जिन्होंने 2019 के चुनाव में राजद के दिग्गज रघुवंश प्रसाद सिंह को 99,267 वोटों से हराया था।