बिहार में शराबबंदी होने के बाद भी शराब से जुड़ी घटनाएँ सामने आती रहती है। नया मामला सारण से सामने आया है, जहाँ बीते गुरुवार को जहरीली शराब पीने से 9 लोगों की मौत हो गई। वहीं 2 दर्जन से अधिक लोग बीमार हो गए। कई लोग अपने आँखों की रौशनी चली गई। अब इसको लेकर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष जहरीली शराब से हुई मौत को लेकर बिहार के CM नीतीश कुमार को घेरने में लगी हुई है।
RJD ने नीतीश को कहा धृतराष्ट
RJD विधायक सुधाकर सिंह ने CM नीतीश कुमार को धृतराष्ट्र बता दिया। उन्होंने कहा कि जहरीली शराब से लगातार लोगों की मौत हो रही है। लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है। नीतीश कुमार अब महाभारत के धृतराष्ट्र के जैसे हो गए हैं, उन्हें कुछ दिखाई नहीं दे रहा है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी पार्टी लगातार शराबबंदी कानून में समीक्षा की मांग करती है लेकिन सरकार विपक्ष को गंभीरता से नहीं लेती है।
कांग्रेस ने भी किया वार
जहरीली शराब से मौत को लेकर कोंग्रेस ने भी बिहार सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस प्रवक्ता अतिश नाथ तिवारी ने कहा कि सरकारी आंकड़े के अनुसार हर साल 200 से अधिक लोगों की जरूरी शराब से मौत होती है। यदि सरकार से शराबबंदी कानून सही से लागू नहीं हो पा रहा है तो वह इस कानून को ही खत्म कर दें।
JDU ने दी सफाई
विपक्ष द्वारा घेरे जाने के बाद JDU की तरफ से सफाई दी गई है । जेडीयू प्रवक्ता सुनील सिंह ने कहा है शराबबंदी कानून पर सरकार शख्ति के साथ काम कर रही है। विपक्ष का काम सिर्फ आरोप लगाना है। विपक्ष मौत पर भी राजनीति करने के बाज नहीं आता है। उनको इस तरह के मामले में राजनीति नहीं करनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जब शराब बंदी कानून लागू हो रही थी तो विपक्ष के लोग भी सरकार के इस कानून के समर्थन में थे।