संसद के बजट सत्र शुरू होने से पहले बिहार में एक बार फिर विशेष राज्य के दर्जे की मांग को लेकर सियासत गरमाई हुई है। आरजेडी ने जेडीयू की इस मांग को सही बताया है। दिल्ली में सर्वदलीय बैठक के बाद जेडीयू नेता व राज्यसभा सदस्य संजय कुमार झा ने रविवार को कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिले, शुरूआत से यह हमारी पार्टी जेडीयू की मांग रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मांग को लेकर बड़ी-बड़ी रैली की है।
वहीं, इस मुद्दे पर आरजेडी नेता व राज्यसभा सदस्य मनोज कुमार झा ने कहा कि विशेष राज्य का दर्जा को लेकर बिहार की मांग को कई लोग अवास्तविक कह देते हैं। जब बिहार और झारखंड का बंटवारा हुआ तब से ये मांग है। जब राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं तब उन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वायपेयी से आँचल फैलाकर विशेष राज्य की मांग की थी। तब नीतीश कुमार केंद्र में मंत्री थे। राजनीतिक दलों के अतिरिक्त बिहार को श्रम आपूर्ति का केंद्र समझकर सरकार की जो नीतियां चलती हैं हम उसमें बदलाव चाहते हैं। हमें विशेष राज्य का दर्जा भी और विशेष पैकेज भी चाहिए।
Bihar Special Status : ‘नीतीश कुमार ने गांधी मैदान से रामलीला मैदान तक की है रैलियां’
बता दें कि केंद्र में मोदी सरकार की तीसरी बार शपथ के बाद एक बार फिर बिहार में विशेष राज्य के दर्जे की मांग तेज हो गई है। जेडीयू के कई नेता इन दिनों इस मांग को लेकर आवाज उठा रहे हैं। इसके साथ ही एनडीए में शामिल चिराग पासवान और उपेंद्र कुशवाहा भी इस मांग की पैरवी इन दिनों करते दिख रहे हैं। वहीं, ‘हम’ पार्टी के संरक्षक केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी के सुर इनसे बदले हुए हैं। उन्होंने कहा कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नहीं मिल सकता है। नीती आयोग ने इसका प्रवाधान ही खत्म कर दिया है।