देश में और फिर उसके बाद बिहार में चुनावी माहौल बनने में अभी काफी समय है। 2024 में लोकसभा चुनाव होना है,वही 2025 में बिहार विधानसभा का चुनावी चक्रव्यूह रचा जाना है। इसे लेकर अभी से ही तमाम पार्टियाँ अपनी पार्टी को मजबूत बनाने और जमीनी स्तर तक पहुँच बनाने के लिए पूरा दमखम लगा रही हैं। खासकर के राजद को देखा जाए तो उसकी नजर सीधा बिहार विधानसभा चुनावों पर टिकी हुई है। इसकी एक बड़ी वजह ये भी है कि खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि अगला विधानसभा चुनाव उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के नेतृव में लड़ा जायेगा। यही कारण है कि राजद में पार्टी विस्तार करने का एक बड़ा लक्ष्य रखा है। ताकि उसके जरिए चुनावी लक्ष्यों की प्राप्ति हो सके।
सदस्यता अभियान का लक्ष्य
दरअसल आज राजद के विधायक दल की बैठक हुई, जिसमें पार्टी के विस्तार के साथ ही कई अहम जिम्मेदारियां विधायकों और मंत्रियों को सौंपी गई। बैठक ख़त्म होने के बाद राजद विधायक भाई बिरेंद्र ने कहा कि बैठक में संगठन की मजबूती को लेकर चर्चा हुई है। विधायक के साथ-साथ सभी मंत्रियों को सरकार के कामों को जनता तक पहुंचाने की जिम्मेवारी मिली है। उन्होंने कहा कि सदस्यता अभियान को लेकर एक करोड़ से अधिक का लक्ष्य रखा गया है। पार्टी की पहुँच निचले स्तर तक पहुँचाने की जिम्मेवारी भी सभी विधायकों और मंत्रियों को सौंपी गयी है।