बिहार में आवागमन को सुगम बनाने और क्षेत्र के विकास को गति देने के लिए सरकार ने तीन प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण और निर्माण का फैसला लिया है। इन सड़कों के निर्माण से पटना, लखीसराय, रोहतास, कैमूर और औरंगाबाद जिलों के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा।
दीदारगंज-बख्तियारपुर रोड (एसएच-106): इस सड़क का चौड़ीकरण 34.8 किलोमीटर की लंबाई में किया जाएगा और इसके लिए 91.80 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस परियोजना के लिए पहले से ही टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होने की उम्मीद है।
अकबरपुर-दुर्गावती नदी रोड: रोहतास जिले के अकबरपुर से कैमूर जिले के अधौरा रोड में दुर्गावती नदी तक 32.75 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए 118 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है और इसे जून 2025 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इस सड़क के बनने से कैमूर पहाड़ी पर बसे 116 गांवों को शहर से जोड़ने में आसानी होगी और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।
नॉर्थ कोयल नहर बड़ा फॉल से एनएच-2 तक: औरंगाबाद जिले में नॉर्थ कोयल नहर बड़ा फॉल से एनएच-2 तक 34.69 किलोमीटर लंबी सड़क का निर्माण किया जाएगा। इस परियोजना के लिए 84.32 करोड़ रुपये की लागत आएगी। यह सड़क वाया माही बीघा, रामनगर, सिमरी, गोरीडीह, परसा गणेश, मारार, उनकोरहा, खैरा, लोहा, पीपरा, नकाई, मल्लुखैरा रोड से होकर गुजरेगी। इस परियोजना के लिए भी टेंडर प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
इन सड़कों के निर्माण से होने वाले लाभ:
- आवागमन में सुधार: इन सड़कों के निर्माण से क्षेत्र के लोगों को आवागमन में काफी सुविधा होगी।
- विकास को गति मिलेगी: इन सड़कों के बनने से क्षेत्र का विकास होगा और नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
- पर्यटन को बढ़ावा: कैमूर पहाड़ी क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
- कृषि उत्पादों का परिवहन: किसानों को अपने कृषि उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने में आसानी होगी।