लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) के तीसरे चरण का मतदान चल रहा है। मौसम में थोड़ी नर्मियत तो है लेकिन सियासी पारा हाई है। सारण लोकसभा सीट पर दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल रही है। हालांकि यहां पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होने को है लेकिन उसे पहले यहां दो उम्मीदवारों के बीच जुबानी जंग पर्सनल कमेन्ट तक पहुंच गया है। एक तरफ एनडीए प्रत्याशी राजीव प्रताप रूडी है तो दूसरी तरफ राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बेटी और इंडी उम्मीदवार रोहिणी आचार्य हैं। ये दोनों प्रत्याशी एक दूसरे पर व्यक्तिगत हमले कर रहे हैं। भाजपा की तरफ से रोहिणी के नामांकन पर सवाल उठाया गया था और लालू परिवार पर निशाना साधा गया था।
भाई के साथ छल-कपट व बेईमानी की
अब राजद उम्मीदवार रोहिणी ने सारण में आयोजित एक चुनावी सभा में इसका पलटवार किया है और राजीव प्रताप रूडी पर जमकर बरसी हैं। रोहिणी आचार्य ने कहा कि जिस व्यक्ति ने अपने खुद के भाई के साथ छल-कपट व बेईमानी की, जिसने अपने सगे भाई-भाभी के साथ अपने अंगरक्षकों के माध्यम से बदसलूकी तक करवायी, पैतृक सम्पति लूट कर अपने भाई को ही बेदखल कर दिया, उसे दूसरों की निजी-जिंदगी पर टीका-टिप्पणी करते, न्याय की बात करते देख हंसी भी आती है और उस पर तरस भी।जनाब के विरोधाभासी चरित्र की पराकाष्ठा हैं।
आकाश सिंह ने मतदाताओं से की अपील- इंडिया गठबंधन के प्रत्याशियों के पक्ष में करें वोटिंग
खुली बहस करने का साहस रखते हैं?
उन्होंने रूडी सवाल पूछते हुए कहा कि उपदेश बांचने से पहले ये क्यों नहीं बताते कि उन्हें किन वजहों से केंद्रीय मंत्रिमंडल से रुखसत किया गया था? क्या था गोवा वाला मामला? क्या हुआ था 2009 में पटना के एक्जीबिशन रोड में उनके साथ? क्या वजह थी कि जनाब हवा- हवाई के नामांकन में उनकी बेटी तो दिखी जमाई राजा नहीं नजर आए? क्या जनाब बड़बोलेबाज सार्वजनिक मंच से अपनी निजी-पारिवारिक जिंदगी पर खुली बहस करने का साहस रखते हैं?
कोशिश कर लें…धर्म के नाम पर देश की पहचान मिटने नहीं देगा मोदी’, पीएम ने INDIA को दी खुली चुनोती
उन्होंने रूडी को यह भी नसीहत की कि दूसरों की निजी-पारिवारिक जिंदगी में ताक-झांक करने से पहले अपनी निजी-पारिवारिक झमेलों को दुरुस्त कर लें तो बेहतर होगा।बेटियों को घर में संजो कर रखने की नसीहत देने वाले जरा ये तो बताएं कि क्या मजबूरी थी कि उन्हें अपने नामांकन में अपनी बेटी को भी कड़ी घूप में ले कर आना पड़ा?