बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कर्पूरी ठाकुर की जयंती पर परिवारवाद पर तंज क्या कसा, लालू परिवार की नाराजगी की खबरें आने लगीं। खबरें थोड़ी पुख्ता तब होती दिखीं जब लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने एक के बाद एक ट्वीट कर नीतीश कुमार के खिलाफ हमला बोल दिया। तीन ट्वीट में रोहिणी ने किसी में नीतीश कुमार का नाम नहीं लिया। लेकिन हर ट्वीट नीतीश की ओर ही बताया जा रहा है। अभी इन ट्वीट्स को लेकर बवाल शुरू ही हुआ था कि रोहिणी आचार्य ने तीनों ट्वीट डिलीट कर दिए। रोहिणी के इस ‘हिट एंड रन’ टाइप की ट्वीटबाजी से घायल कौन हुआ, इसकी समीक्षा शुरू हो चुकी है। हम आपको बता दें कि नीतीश कुमार ने कर्पूरी जयंती के बहाने लालू यादव पर चोट की है। तो बदले में लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्य के ट्वीट सीरिज को नीतीश कुमार पर हमला माना गया।
सीएम नीतीश पर लालू की बेटी रोहिणी आचार्य का पॉलिटिकल से पर्सनल अटैक!
रोहिणी आचार्य ने अपने पहले ट्वीट में तंज कसते हुए कहा था कि “अक्सर कुछ लोग नहीं देख पाते हैं अपनी कमियां, लेकिन किसी दूसरे पे कीचड़ उछालने को करते रहते हैं बदतमीजियां..” जबकि दूसरे ट्वीट में रोहिणी ने कहा था कि “खीज जताए क्या होगा, जब हुआ न कोई अपना योग्य, विधि का विधान कौन टाले, जब खुद की नीयत में ही हो खोट”। वहीं तीसरे ट्वीट में रोहिणी ने कहा था कि “समाजवादी पुरोधा होने का करता वही दावा है, हवाओं की तरह बदलती जिनकी विचारधारा है..”। वैसे तो इन ट्वीट्स में रोहिणी ने किसी का नाम नहीं लिया। लेकिन इसे नीतीश कुमार पर ही हमला माना जा रहा था। हालांकि रोहिणी ने अब ये सभी ट्वीट डिलीट कर दिए हैं।
BJP को मिला मौका, पूछा- बिहार के मुख्यमंत्री को ‘बदतमीज’ कहा?
वहीं रोहिणी के ट्वीट करने और फिर डिलीट करने को लेकर भाजपा ने मोर्चा संभाल लिया है। भाजपा ओबीसी मोर्चा के महासचिव निखिल आनंद ने कहा है कि “पुराने समाजवादी नेता और बिहार के मुख्यमंत्री को ‘बदतमीज’ कहना क्या इतनी हल्की मामूली सी बात है? राजद नीतीश जी को ‘बदतमीज’ कहने को वाकई गंभीर मानती है तो सिर्फ ट्वीट डिलीट ना करें, अफसोस जाहिर कर सार्वजनिक माफी मांग ले।”