भागलपुर-हंसडीहा के बीच बनने वाले फोरलेन पर आवागमन की बेहतर सुविधा तो मिलेगी ही, साथ में यह मार्ग और कई मायने में सुविधाजनक होगी. जगह-जगह बस स्टैंड और टायलेट ब्लॉक बनेंगे. बस स्टैंड बनने से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आयेगी. महिला यात्री टाॅयलेट ब्लॉक का इस्तेमाल कर परेशानी से बच सकेंगी. फाेरलेन पर दर्जन भर जगहों में बस स्टैंड व टाॅयलेट ब्लॉक का निर्माण एनएच करायेगा.
बिहार में जमीन की जमाबंदी से पहले ये काम कराना है जरूरी, नहीं तो हो सकता है धोखा
दरअसल, विभाग इस कोशिश में है कि कम से कम निजी जमीन का अधिग्रहण किया जाये और अलाइनमेंट भी सीधा रहे. जिधर ज्यादा सरकारी जमीन है, उधर से ही अलाइनमेंट तय किया जा रहा है. इसमें जो जगह बचेगी, उस पर बस स्टैंड व टाॅयलेट ब्लॉक को प्रोविजन में लाया रहा है.
पहले फेज में भागलपुर से ढाका मोड़ तक फोरलेन बनेगा. डीपीआर को मंजूरी मिल गयी है. साथ ही एजेंसी चयन की प्रक्रिया भी अपनायी जा रही है. सिर्फ रजौन में करीब 200 घरों के टूटने के मामले में विरोध के चलते एजेंसी चयनित नहीं हो सकी है. इस पार्ट के फोरलेन निर्माण पर संभावित खर्च 915.17 करोड़ आयेगा.
यह मार्ग 22 मीटर चौड़ा होगा. इसके लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया बांका जिले में लगभग पूरी हो गयी है. सिर्फ रजौन में चल रहे जमीन अधिग्रहण संबंधी विवाद को अगले कुछ दिनों में सुलझाने का दावा किया गया है.
ये होंगे कार्य
- 45 पुल-पुलिया व कल्वर्ट बनाये जायेंगे.
- सड़क के दोनों ओर एक-एक मीटर चौड़ा फुटपाथ बनाया जायेगा.
- ढाकामोड़ और पंजवारा रोड के पास बनेगा रेलवे ओवर ब्रिज.
- जगदीशपुर और पुरैनी में बनेगा फ्लाइओवर ब्रिज.
- रजौन में फोरलेन का बनेगा सर्विस रोड.
- सड़क में तीन मीटर डिवाइडर, तो दो मीटर सोल्डर बनेगा.
- बिटुमिनस (अलकतरा-गिट्टी) की बनेगी सड़क, लेकिन जहां-जहां जलजमाव की समस्या है वहां होगा पीसीसी का निर्माण.
- रजौन और जगदीशपुर के बीच बनेगा टोल प्लाजा.
इपीसी मोड पर बनेगा फोरलेन
फोरलेन इपीसी इंजीनियरिंंग प्रोक्यूरमेंट कंस्ट्रक्शन (इपीसी) मोड में होगा. यानी, कार्य एजेंसी न सिर्फ डिजाइन तैयार करेगी, बल्कि, इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन का कार्य उन्हीं को करना होगा. डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) गाजियाबाद की कंसलटेंसी चेतन्य कंसलटेंट ने तैयार की है.