आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर NDA (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) में सीट शेयरिंग पर मंथन अभी जारी है। वहीँ मीडिया खबरों की मानें तो जदयू को 16 सीट दे दिया गया है। जदयू के वरीय नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने भी इस सन्दर्भ में बयान दिया है, उन्होंने कहा, “हमारी पार्टी 16 सीटों पर चुनाव लड़ने जा रही है। 16 सीटों पर हमारी सांसद हैं। इस बार थोड़ा-बहुत फेरबदल के साथ 16 सीटें हमें मिल गईं।” हालांकि एनडीए में इधर जीतन राम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा, पशुपति पारस की पार्टी को लोकसभा चुनाव में मिलने वाली सीटें अभी पूरी तरह से तय नहीं हो पायी हैं।
इधर, NDA के इन नेताओ के बागी तेवर से पेच फंसता नज़र आ रहा है। पशुपति कुमार पारस ने भी हाजीपुर, समस्तीपुर और नवादा पर प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा है कि हमारे साथ न्याय नहीं हो रहा। हमलोग एनडीए की लिस्ट का इंतजार कर रहे, इसके बाद हमलोग कोई कदम उठाएंगे। चुनाव लड़ने के सवाल पर पशुपति पारस ने कहा कि हमारी किसी से कोई बातचीत नहीं है। लेकिन, हम हाजीपुर से चुनाव लड़ेगे। जहां से आरएलजेपी के सीटिंग सांसद हैं, वहां से ही लोकसभा चुनाव लडेंगे। उन्होंने कहा कि नवादा से चंदन सिंह और समस्तीपुर से प्रिंस राज चुनाव लड़ेंगे। इधर चाचा भतीजे में टकराव की स्थिति बनती नज़र आती है, क्योंकि जिस हाजीपुर सीट पर चाचा पारस दावा कर रहे हैं, उसी हाजीपुर सीट के लिए भतीजे चिराग ने कमर कस रखी है। वहीं उपेंद्र कुशवाहा तीन और पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी दो सीट मांग रहे। इन्हें एक-एक सीट दिए जाने की बात सामने आ रही है। मीडिया खबरों की माने तो पशुपति पारस को भी समस्तीपुर सीट देने को लेकर भाजपा सहमत हो चुकी है। इधर चिराग पासवान की पार्टी भी पांच सीट पर मिलने का दावा कर रही है। मुकेश सहनी भी मुजफ्फरपुर समेत दो लोकसभा सीट चाह रहे हैं। इन सभी नेताओं की मांग को लेकर बैठकों का दौर अभी जारी है। उम्मीद जताई जा रही है कि शीर्ष नेतृत्व जल्दी ही बिहार में सीट शेयरिंग को लेकर घोषणा कर देगी।
कुछ मीडिया संस्थानों के हवाले से NDA की संभावित सीट शेयरिंग कुछ इस प्रकार हो सकती है:-
- भाजपा- 17
- जदयू – 16
- लोजपा – 5
- हम – 1
- राष्ट्रीय लोक मोर्चा- 1