जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक दिल्ली के कंस्टीट्यूशनल क्लब में हो रही है। इस बैठक में सबसे बड़ी खबर यह है कि नीतीश कुमार ने राज्यसभा सांसद संजय झा को जदयू का कार्यकारी अध्यक्ष बना दिया है। यह प्रस्ताव नीतीश कुमार खुद ही लेकर आए थे। यह पहली बार है जब जदयू ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पार्टी का कोई कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है। बिहार में अशोक चौधरी कार्यकारी अध्यक्ष रहे हैं। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर संजय झा जदयू के पहले कार्यकारी अध्यक्ष हैं।
इसके अलावा जदयू की बैठक में बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की भी चर्चा हुई। साथ ही यह भी निर्णय हुआ कि झारखंड के विधानसभा चुनाव में जदयू भी अपने उम्मीदवार उतारेगी।
मंत्री नहीं बनने का संजय झा को इनाम
बताया जा रहा है कि संजय झा के लिए कार्यकारी अध्यक्ष का पद इसलिए इंट्रोड्यूस किया गया है क्योंकि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू शामिल नहीं करा सका। केंद्रीय मंत्रिमंडल में जदयू की ओर से ललन सिंह और रामनाथ ठाकुर को एंट्री दी गई है। इसलिए नीतीश कुमार ने संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष पद से नवाजा है।
जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष बनने पर संजय झा ने कहा कि “हमारे नेता और हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष सीएम नीतीश कुमार ने मुझे बहुत बड़ी जिम्मेदारी दी है। मैं उनका आभारी हूं। नीतीश कुमार ने बिहार को बदल दिया है। बिहार में जो चुनाव हुआ है, उसमें हमने 40 में से 30 सीटें जीती हैं। हमने 243 में से 177 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज की है। बिहार ने 2025 के विधानसभा चुनाव का संकेत दे दिया है।”
वहीं NEET के मुद्दे पर संजय झा ने कहा कि “इस पर सख्त कानून लाया जाना चाहिए, जो भी दोषी हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि लोगों का विश्वास बहाल हो।”