सारण जिले में कोरोना संक्रमित मरीज मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में आ गया है । इसको लेकर विभागीय तौर पर तैयारियों को परखने के लिए कोरोना प्रबंधन की तैयारियों को लेकर सदर अस्पताल समेत जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। स्वास्थ्य विभाग भी कोरोना के खतरे को कम नहीं लेना चाहता। इस दौरान कोरोना प्रबंधन से जुड़ी सभी प्रकार की तैयारियों को परखा गया । जिले में क्षेत्रवार स्वास्थ्य केंद्रों की उपलब्धता तथा कोविड मरीजों के लिए बिस्तरों की उपलब्धता देखी गई।
ऑक्सीजन, आईसीयू तथा वेंटीलेटर बेड मानव संसाधनों की उपलब्धता और प्रशिक्षण सुनिश्चित किया गया है। खासकर इसमें वेंटीलेटर, पीएसए संयंत्रों का संचालन शामिल है। मॉक ड्रिल के दौरान रेफरल सेवाओं को भी परखा गया। पीएसए संयंत्रों की सक्रियता, ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंस्ट्रेटर आदि की उपलब्धता सुनिश्चित की गई । लॉजिस्टक से जुड़ी सुविधाओं की जांच की गई , जिसमें दवा, आइसोलेशन कीट एन-95 मास्क, पीपीई किट, सैनिटाइजर की जिले में पर्याप्त संख्या में उपलब्धता सुनिश्चित की गई है ।
शिक्षक अभ्यर्थियों के लिए खुशखबरी, नई शिक्षक नियुक्ति नियमावली पर लगी मुहर
सभी व्यवस्था है उपलब्ध
सीएस डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने कहा कि कोरोना को देखते हुए राज्य स्तर से निर्देश जारी की गई है। उन्होंने बताया सदर अस्पताल में बेड पर ऑक्सीजन की व्यवस्था उपलब्ध है जिसमें ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था है। सभी बेड को ऑक्सीजन सप्लाई के साथ कनेक्ट किया गया है।
जिले में बढ़ाया जा रही कोरोना टेस्टिंग की रफ्तार
कोरोना को देखते हुए जिले में कोरोना टेस्टिंग की संख्या बढ़ाई जा रही है। जो भी लोग जिले में बाहर से आ रहे हैं वैसे लोगों का सत्यापन किया जा रहा है। बाहर से आए सभी लोगों की आरटीपीसीआर जांच की जा रही है। इसके अलावा कोरोना से निपटने के लिए भारत सरकार तथा राज्य सरकार से जो भी नए गाइडलाइंस जारी किए जा रहे हैं जिले में उसके अनुसार कार्य में तेजी लाई जा रही है।