सारण शराबकांड को लेकर प्रशासन लगातार एक्शन में है। सारण पुलिस और एसआईटी टीम ने मिलकर एक बड़ी कार्रवाई की है। बीते दिन शुक्रवार को शराबकांड के मास्टरमाइंड राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर सहित पाँच अपराधियों को गिरफ्तार किया गया था। जिसके बाद शराबकांड को लेकर बड़ा खुलासा सारण पुलिस द्वारा किया गया है। पुलिस के मुताबिक शराबकांड के मास्टरमाइंड राजेश सिंह और उसके गिरोह के सदस्य होमियोपैथिक दवाओं में रसायन और चीनी जलाकर जहरीली शराब का निर्माण करते थे। बता दें कि इसी जहरीली शराब के कारण सारण में 80 से जयादा लोगों की मौत हुई है।
इस तरह संचालित होता था गिरोह
मिली जानकारी के अनुसार गिरोह का एक सदस्य खुद जहरीला शराब पीकर बीमार पड़ा था। उसका इलाज हो जाने के बाद एसआईटी की टीम ने हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की जिसके बाद उसने जहरीली शराब के निर्माण को लेकर बड़ा खुलासा किया। सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि इसुआपुर , मशरक सहित पाँच प्रखंडों में तबाही का मंजर पैदा करने वाले शराब कांड में निर्माता, आपूर्तिकर्ता जलालपुर थाना क्षेत्र के नूननगर का ही निवासी अशोक प्रसाद के पुत्र राजेश सिंह उर्फ डॉक्टर को इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोयला गाँव निवासी होती महतो के पुत्र संजय महतो के इकबालिया बयान के आधार पर गिरफ्तार किया गया।
जिसके बाद खुलासा हुआ कि राजेश सिंह जो पहले भी शराब के अवैध कारोबार में लिप्त होने के वजह से जेल जा चुका है, उसे स्प्रिट के उपयोग की अच्छी जानकारी है। उसने उत्तरप्रदेश में स्थापित होमियोपैथिक दवा कंपनियों से 90 प्रतिशत अल्कोहल वाले दवाओं को फर्जी नाम पते के साथ छपरा मंगवाना शुरू किया और अपने गिरोह के सदस्य मढ़ौरा थाना क्षेत्र के तकीना गाँव निवासी जयनाथ राय के पुत्र शैलेन्द्र राय, खैरा थाना क्षेत्र के धुपनगर धोबवल गाँव निवासी मुक्तिनाथ गिरी के पुत्र सोनू कुमार गिरी और इसुआपुर थाना क्षेत्र के डोयला गाँव निवासी शंकर महतो के पुत्र अर्जुन महतो और होती महतो के पुत्र संजय महतो के साथ मिलकर उत्पादन कर उसे पहले से संचालित शराब के धंधे में शामिल कर दिया। लेकिन शराब निर्माण में हुई चूक से होमियोपैथिक शराब जहरीली हो गई। जिसे पीकर इतने लोगों की मौत हुई है।
होमियोपैथिक दवा की बोतलें बरामद
सारण के एसपी संतोष कुमार ने बताया कि पुरे मामले के उद्भेदन के लिए एसआईटी का गठन सोनपुर के एसडीपीओ एएसपी अंजनी कुमार के नेतृत्व में किया गया। सबसे पहले संजय महतो जो खुद इसी जहरीली शराब को पीकर बीमार पड़ गया था उसके इलाज कराकर लौटने के बाद उसे हिरासत में लिया गया। उसके बाद उससे पूछताछ के आधार पर होमियोपैथिक दवा के सैकड़ो खाली बोतलों को बरामद करते हुए मास्टरमाइंड राजेश उर्फ डॉक्टर सहित गिरोह के अन्य सदस्यों तक टीम पहुंची और शराब कांड के गुनहगार को गिरफ्तार कर लिया गया।