सारण शराबकांड को लेकर बिहार की सियासी हडकंप मचा हुआ है। जहरीली शराब से हुई मौतों का आंकड़ा 80 के पार जा चुका है। अभी भी कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं जिनकी हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना के बाद से ही विपक्ष ने बिहार सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। सरकार से मृतकों के परिवार को मुआवजा देने की मांग की जा रही है। वही सरकार मुआवजा ना देने को लेकर अपनी मंशा साफ कर चुकी है।
एक ओर जहां भजपा सारण शराबकांड को लेकर बिहार सरकार को घेरने में लगी है। वही बिहार सरकार की तरफ से भाजपा शासित राज्यों में जहरीली शराब से हुई मौत के आंकड़ों को लेकर भाजपा पर निशाना साधा जा रहा है। इस पुरे मामले को लेकर भाजपा के राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह आपस में भीड़ गए हैं।
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आंकड़ों के जरिए पलटवार
बिहार सरकार में बैठी जेडीयू और राजद ने सारण शराबकांड को लेकर भाजपा को काउंटर करने का तरीका खोज लिया है। जेडीयू और राजद दोनों देश के अन्य राज्यों में जहरीली शाराब से हो रही मौत को लेकर भाजपा से जवाब मांग रही है। इसी कड़ी में ललन सिंह ने भी बकायदा सुशील मोदी को ट्वीटर पर टैग कर के जवाब दिया है। अपने ट्वीट में उन्होंने सुशील मोदी से सवाल करते हुए लिखा कि ‘जहरीली शराब बनाना और पिलाना एक अपराधिक प्रवृत्ति है जो अपराध की श्रेणी में आता है।
यह सिर्फ सारण की घटना नहीं है, पूरे देश की घटनाएं है। कुछ बोलने से पहले देशभर का अकड़ा देखिए। भाजपा सहित पुरा बिहार मानव श्रृंखला बनाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया था, ध्यान है न।’ इसके साथ ही ललन सिंह ने देश के राज्यों में जहरीली शराब से हुई मौत के आंकड़ों को भी साझा किया है। जिसमें साल 2016 से 2020 तक जहरीली शराब से हुई मौत के आंकड़े दिए हुए हैं। वही इस आंकड़े के मुताबिक सबसे ज्यादा मौत भाजपा शासित राज्य मध्य प्रदेश में हुई है।