सारण शराबकांड के बाद से पुरे पुलिस महकमे में हडकंप मचा हुआ है। जहरीली शराब के कारण बढ़ रहे मौत के आंकड़ों में जिला प्रशासन पर दबाव ओर बढ़ा दिया है। यही कारण है कि एक ओर जहां शराब माफियाओं के खिलाफ पुलिस ने ‘ऑपरेशन क्लीन’ अभियान चला रखा है। वही पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जा रही है। SP ने एक SHO सहित चार पुलिसकर्मियों पर बड़ी कार्रवाई की है। इसुआपुर थानाध्यक्ष संजय राम, चौकीदार हरि राय, दफादार कृष्षा सिंह और मशरख थाना के चौकीदार रामनाथ मांझी को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। बता दें कि इससे पहले मशरख के थानाध्यक्ष और एक चौकीदार को भी सस्पेंड किया गया था। वही कई पुलिस अधिकारियों और पुलिसकर्मियों की गतिविधियां अभी जांच के दायरे में है।
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SP का सख्त रुख
सारण शराबकांड में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। जहरीली शराब पीकर मरने वालों की संख्या अब तक 70 के पार जा चुकी है। वही कई लोग अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत की लड़ाई लड़ रहे हैं। अस्पताल में भर्ती ज्यादातर लोगों की हालत गंभीर बनी हुई है। इस घटना के बाद से ही प्रशासन के ऊपर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं।जिसमें सबसे पहला तो यही है कि जब बिहार में शराबबंदी है तो लोगों तक जहरीली शराब कैसे पहुंची?
इसका सीधा सा मतलब है कि प्रशासन की तरफ से लापरवाही बरती गई जिस वजह से ये घटना हुई। यही कारण है कि पुलिस कर्मियों और अधिकारियों पर भी कार्रवाई की गाज गिर रही है। चूँकि इस घटना में मरने वाले ज्यादातर लोग इसुआपुर और मशरख के हैं। इसलिए यहाँ के थानाध्यक्षों और कुछ पुलिसकर्मियों के खिलाफ SP ने सख्त रुख अपनाया और उन्हें सस्पेंड किया है।