बिहार की पांच लोकसभा सीटों पर आज मतदान हो रहा है. इसमें सबसे ज्यादा हॉट सीट सारण (Saran) को माना जा रहा है। यहां भी आज वोटिंग हो रही है। राष्ट्रीय जनता दल के प्रमुख लालू प्रसाद यादव की बेटी डॉ. रोहिणी आचार्य और भाजपा नेता तथा केंद्र सरकार में मंत्री रहे 62 वर्षीय राजीव प्रताप रूडी आमने-सामने हैं। यह लालू यादव अपनी बेटी के सहारे पुरानी सीट वापस पाना चाहते हैं, तो रूडी अपनी जीत बरकरार रखना चाहते हैं।
राजेंद्र सिंह पहले सांसद बने
सारण लोकसभा क्षेत्र 2009 में अस्तित्व में आई। पहले इसे छपरा सीट के नाम से जाना जाता था। छपरा से 1957 में प्रसपा के राजेंद्र सिंह पहले सांसद बने थे। 1962, 67 और 71 में कांग्रेस के रामशेखर जीते। 1977 में जनता पार्टी से लालू यहां से पहली बार जीते। 1980 में जनता पार्टी के सत्यदेव और 84 में रामबहादुर सांसद बने। 1989 में जनता दल से लालू फिर जीते। 90 और 91 में लालबाबू जनता दल के टिकट पर जीते। 1996 में भाजपा के लिए राजीव प्रताप रूडी ने पहली बार सीट जीती। 98 में राजद के हीरा लाल जीते, तो 99 में फिर रूडी जीते। 2004 में राजद से लालू जीते। 2009 में सीट सारण के नाम से जानी जाने लगी। लालू सांसद बने। 2014 और 19 में जीत रूडी को मिली। 2014 में उन्होंने राबड़ी देवी और 2019 में लालू के समधी चंद्रिका राय को हराया।
भिखारी ठाकुर की जन्मभूमि
सारण का महत्व केवल लालू की बेटी के चुनाव लड़ने से ही नहीं है। यह जगह समाजवादी नेता जयप्रकाश नारायण और भोजपुरी लोकगीतों के पितामह भिखारी ठाकुर की जन्मभूमि है। लेकिन अभी मुद्दा ये हैं कि जनता किसपर भरोसा कर रही है, और किन मुद्दों पर वोट दे रही है। इस सीट से छपरा सहित छह विधानसभा क्षेत्र जुड़े हुए हैं। इलाके में चिकित्सा सेवाओं का बुरा हाल है। जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर नहीं है। मढौरा चीनी मिल और मार्टन की फैक्टरी बंद पड़ी है, रोजगार नहीं है। इस सीट पर 17.95 लाख मतदाता हैं।
‘बीजेपी के पकाऊ और थकाऊ भाषण से ऊब चुके हैं लोग….अब जनता परिवर्तन चाहती है’
छह विधानसभा क्षेत्र यहां से जुड़े हैं। इस सीट पर लगभग 25 फीसदी यादव और 23 फीसदी राजपूत मतदाता है। रूडी को टिकट मिलने की वजह उनका राजपूत होना भी है। दस फीसदी मुस्लिम वोटर हैं। यानी यादव और मुस्लिम मिलकर वोट करें तो भाजपा की राह आसान नहीं होगी। दोनों प्रत्याशियों ने जीत के लिए जोर आजमाइश की है, लेकिन अब देखना है कि आज जनता किसपर भरोसा कर अपना मत दे रही है।