सारण मुख्य नहर में पुनर्स्थापन एवं लाईनिंग का कार्य तेजी से आगे बढ़ रहा है। इससे गोपालगंज, सिवान और सारण जिलों के लाखो किसान लाभान्वित होंगे। जल संसाधन विभाग की इस महत्वपूर्ण सिंचाई योजना को जून 2025 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। जल संसाधन विभाग के अंतर्गत मुख्य अभियंता, सिंचाई सृजन, सिवान के परिक्षेत्राधीन सारण मुख्य नहर का किमी 0.00 से किमी 17.00 तक की लंबाई में पुनर्स्थापन एवं लाइनिंग कार्य कराया जा रहा है।
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उल्लेखनीय है कि गंडक नदी पर पश्चिम चंपारण जिले के वाल्मीकि नगर में स्थित बराज से मुख्य पश्चिमी नहर निकलती है। यह नहर नेपाल और उत्तर प्रदेश से होते हुए बिहार में गोपालगंज जिला के कुचायकोट प्रखंड में प्रवेश करती है। सारण मुख्य नहर बिहार भूभाग में अनलाईन्ड (कच्ची) है, जबकि इस नहर का ऊपरी भाग जो उत्तर प्रदेश में अवस्थित है लाईन्ड है।
इससे बिहार में सारण मुख्य नहर में शुरुआती भाग में अत्यधिक गाद जमा हो जाता है। इस कारण सिंचाई अवधि में इस नहर से रूपांकित जलश्राव प्रवाहित नहीं हो पाता है। सारण मुख्य नहर के पुनर्स्थापन तथा लाइनिंग कार्य से गाद की समस्या से निजात मिलेगी एवं नहर में प्रवाहित होने वाले जलश्राव में वृद्धि होगी।