सारण शराबकांड में मरने वालों का आंकड़ा 60 के पार चला गया है। बिहार में इसे लेकर जमकर सियासत हो ही रही है। बिहार विधानसभा से लेकर लोकसभा तक ये मुद्दा उठाया जा रहा है। वही दूसरी तरफ ये मामला सुप्रीम कोर्ट तक भी पहुँच गया है। सुप्रीम कोर्ट में इस मामले को लेकर याचिका दाखिल की गई। जिसमें पुरे मामले की SIT जांच करने की मांग रखी गई है। हालांकि कोर्ट ने इस याचिका पर तत्काल सुनवाई करने से इनकार कर दिया।
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चीफ जस्टिस ने किया सुनवाई से इनकार
आज यनी शुक्रवार को CJI डीवाई चंद्रचूड़ की बेंच के सामने सारण शराबकांड को लेकर मामला उठाया गया। इस मामले पर दाखिल याचिका की ततकाल सुनवाई करने की मांग की गई। लेकिन चीफ जस्टिस ने इससे इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि चूँकि आज जिन केस पर सुनवाई होनी है उस लिस्ट में ये मामला शामिल नहीं है। पहले मामले को लिस्टेड कराना चाहिए। इसके बाद ही इसपर सुनवाई होगी। बता दें की ये याचिका आर्यावर्त महासभा फाउंडेशन की तरफ से कोर्ट में दाखिल की गई थी। याचिका में अवैध शराब के निर्माण, व्यापार औऱ बेचने पर राष्ट्रीय स्तर पर एक्शन प्लान बनाने की, सारण शराबकांड में मृतकों के परिजनों मुआवजा दिए जाने और मामले की जांच के लिए SIT गठन की मांग की गई थी। लेकिन मामला लिस्टेड ना होने के कारण कोर्ट ने सुनवाई से इनकार कर दिया।