लोकसभा चुनाव में बिहार की सारण सीट ऐसी रही कि जहां भाजपा के राजीव प्रताप रूडी की जीत से ज्यादा राजद के रोहिणी आचार्य की हार के चर्चे हो रहे हैं। चर्चा का कारण भी मौजूं हैं क्योंकि जिस तरह का प्रदर्शन रोहिणी आचार्य ने किया, उससे उनकी हार से भी राजद निराश नहीं हुआ है। रोहिणी आचार्य सिर्फ 13,661 वोटों से हारी है। अब जब इसके कारणों की समीक्षा हो रही है, तो कई फैक्टर सामने आ रहे हैं।
दरअसल, रोहिणी की हार में एक एंगल ‘तीन नंबर’ का भी है। ईवीएम में रोहिणी का स्थान उपर से तीन नंबर था। राजद की ओर से उनके वोटर्स को बताया गया कि तीन नंबर पर बटन दबाना है। नतीजा आया तो पता चला कि रोहिणी आचार्य मतों की गिनती के हिसाब से दूसरे नंबर पर रह गईं और उन्हें रूडी के मुकाबले 13,661 वोट कम मिले।
जबकि आश्चर्यजनक तौर पर मतों की गिनती के मामले में तीसरे नंबर के उम्मीदवार लक्ष्मण राव यादव रहे। लक्ष्मण पराव यादव एक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर चुनाव में उतरे थे और ईवीएम में उनकी पोजीशन नीचे से तीन नंबर पर भी। लक्ष्मण पराव यादव को कुल 22,043 वोट मिले हैं। अब चर्चा यह हो रही है कि ईवीएम में तीन नंबर की पोजिशनिंग में उपर या नीचे से गिनने की स्थिति गड़बड़ हुई और राजद के कुछ मतदाताओं ने गलती कर दी कि रोहिणी को ईवीएम में उपर से तीसरे नंबर को वोट न देकर नीचे से तीसरे नंबर को वोट दे दिया।
हालांकि यह पूरी तरह सच है या सिर्फ अफवाह, यह कहना मुश्किल है। लेकिन चर्चा में यह बात चल रही है।