सारण विकास मंच ने लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस की। इस दौरान सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि पिछले 20 सालों में सारण के विकास के लिए किसी राजनेता ने कुछ भी ऐसा नहीं किया है, जिससे सारण के आधारभूत संरचना का विकास हो सके। सारण की जनता आज तमाम मोर्चों पर त्रस्त है लेकिन जनप्रतिनिधियों के साथ सरकारों ने सारण को इग्नोर किया है।
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शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सारण के मढ़ौरा में चीनी मिल बंद हुई और आज भी बंद ही है। 10 सालों से केंद्र में भाजपा की सरकार है और सारण की जनता ने पिछले 10 सालों से भाजपा के सांसद को ही जिताया। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आश्वासन के बाद बावजूद भी इस दिशा में कोई कार्य नहीं हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का भी इस पर ध्यान नहीं है। यह सारण की जनता के साथ धोखा है।
उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों में जिस विकास की बात बिहार में सत्तारुढ़ दल करते रहे हैं, उसमें सारण कहीं से भी शामिल नहीं है। राज्य सरकार का ध्यान पूरी तरह पटना के अलावा सिर्फ नालंदा तक सीमित है। तमाम बड़े प्रोजेक्ट्स को पटना के बाद नालंदा भेजा गया। जबकि पटना से सटे सारण को कोई सुविधा नहीं मिली। बिहार में विकास का पैमाना क्षेत्रवाद के आधार पर भेदभावपूर्ण हो जाता है और इसी भेदभाव में सारण को दरकिनार कर दिया गया है।
श्री सिंह ने कहा कि सारण की भूमि देवभूमि है लेकिन यहां की जनता को जनप्रतिनिधियों ने ठगा है, सरकारों ने सारण की जनता के साथ विश्वासघात किया है। हरिहरक्षेत्र पशु मेला पूरे विश्व का सबसे बड़ा पशु मेला था लेकिन भेदभाव वाली नीतियों के कारण अंतरराष्ट्रीय मंच तो दूर राष्ट्रीय फलक पर भी अब इसका कोई नाम लेने वाला नहीं बचा।
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सारण की जनता का अब एक ही नारा है और वो यह है कि जो सारण के विकास की बात करेगा, हम उसी का साथ देंगे। सारण विकास मंच सारण की जनता के इस भावना के साथ आखिरी दम तक खड़ा रहेगा, चाहे वो लोकसभा चुनाव हो या विधानसभा चुनाव इसमें मुख्य रूप से सारण विकास मंच के संयोजक श्री शैलेंद्र प्रताप सिंह जी, प्रमुख धर्मवीर सिंह बीकू जिला परिषद छविनाथ सिंह जी, छात्र नेता राजकुमार जी छात्र नेता अभिषेक यादव जी इत्यादि उपस्थित थे।