छपरा. सीएम नीतीश कुमार के प्रगति यात्रा के दौरान सारण दौरे को सारण विकास मंच ने नाकाफी और अधूरा बताया है। सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अभी राज्य में योजनाओं की प्रगति जानने के लिए यह यात्रा कर रहे हैं। लेकिन सारण का उनका यह दौरा पूरी तरह असफल और अमानवीय रहा। एनडीए सरकार के डबल इंजन से सारण को हमेशा निराशा मिली है। यह यात्रा भी इसकी एक कड़ी भर साबित हुई।
शैलेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि सारण ऐसा जिला बन गया है, जहां की जनता को हर सुविधा प्राप्त करने के लिए बड़ा इंतजार करना पड़ता है। सारण की जनता चाहती थी कि सोनपुर-छपरा हाइवे बन जाए। मढौरा चीनी मिल शुरू हो जाए। युवाओं को रोजगार मिल जाए। स्वास्थ्य और शिक्षा की सुविधाओं में कुछ इजाफा हो जाए। लेकिन इनमें से कुछ भी नहीं हुआ। आज भी सारण की हालत खराब है और सुधार की कोई विशेष योजना सरकार के पास आज भी नहीं है।
उन्होंने कहा कि सोनपुर-छपरा हाइवे 14 साल से अभी भी बन ही रहा है। मढौरा चीनी मिल पर सभी चुप हैं। आज भी सीएम नीतीश कुमार अपनी प्रगति यात्रा के दौरान मढ़ौरा चीनी मिल पर कुछ नहीं बोले। यह मिल शुरू करने की घोषणा बहुत पुरानी है लेकिन इसकी शुरुआत की दिशा में सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। दुखद है कि सारण जिले के किसी जनप्रतिनिधि ने भी यह बात नहीं उठाई और सारण में सीएम की प्रगति यात्रा का समापन हो गया।