बिहार में मानसून से पहले एक बार फिर से लू का प्रकोप तेज हो गया है. पिछले कुछ दिनों से भीषण गर्मी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. सुबह से ही तापमान में वृद्धि दर्ज की जा रही है, जिससे लोगों का जनजीवन प्रभावित हो रहा है.
दर्दनाक गर्मी और लू का प्रकोप
करीब 20 दिनों बाद तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया. पटना सहित 10 जिलों में भीषण गर्मी का प्रकोप रहा. इन जिलों में पटना, शेखपुरा, बक्सर, भोजपुर, औरंगाबाद, बांका, नवादा, नालंदा, अरवल और मुंगेर शामिल हैं. वहीं जमुई और गया जिलों में लू का कहर भी देखने को मिला.
बक्सर राज्य में सबसे अधिक प्रभावित जिला रहा, जहां तापमान 46.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. पटना में भीषण गर्मी के कारण दोपहर में सड़कों पर सन्नाटा पसर जाता है. लोग गर्मी से बचने के लिए दिन में घर से बाहर निकलने से परहेज कर रहे हैं. शाम को भी गर्म हवाएं चलती रहती हैं.
मौसम विभाग का पूर्वानुमान और अलर्ट जारी
मौसम विभाग के अनुसार, 12 जून से मौसम में बदलाव आने की संभावना है और बारिश हो सकती है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है. हालांकि, अभी बिहार में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी रहने का अनुमान है.
पटना, बांका सहित दक्षिण-पश्चिम और दक्षिण-मध्य भागों के जिलों में भीषण गर्मी और 30 से 40 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली गर्म पछुआ हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. वहीं वैशाली, सीवान, सासाराम, गोपालगंज और सहरसा के कुछ स्थानों पर लू चलने की संभावना के चलते येलो अलर्ट जारी किया गया है.
लोग गर्मी से बचाव के लिए कर रहे हैं उपाय
राजधानी पटना में तापमान रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. राजस्थान के मरुस्थल से आने वाली गर्म पछुआ हवाओं ने पूरे बिहार में भीषण गर्मी का प्रकोप बढ़ा दिया है. पटना में रविवार को अधिकतम तापमान 43.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस मौसम का अब तक का सर्वाधिक तापमान है. भीषण गर्मी से बचने के लिए लोग विभिन्न उपाय अपना रहे हैं.